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बुझ गए 'चराग': हफ्ते भर के अंदर तीनों भाइयों की मौत, एक था Corona Positive

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Published : Apr 18, 2020, 8:34 PM IST

जोधपुर शहर के खेतानाडी में कोरोना का दर्दनाक मामला सामने आया है. एक ही परिवार के एक के बाद एक तीन भाइयों की एक ही हफ्ते में मौत हो गई.

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एक हफ्ते में तीन सगे भाइयों की मौत

जोधपुर. शहर के खेतानाडी क्षेत्र निवासी कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति का शुक्रवार को मौत हो गई जिसके बाद, प्रशासन ने अंतिम संस्कार कर दिया. अंतिम संस्कार के बाद यह बात सामने आई कि मृत व्यक्ति के दो भाइयों की भी 5 दिन के अंतराल में मौत हो चुकी है.

कुल मिलाकर 1 सप्ताह में तीन भाइयों ने दुनिया छोड़ दी. तीनों भाइयों में आखिर में मरने वाला भाई ही कोरोना पॉजीटिव पाया गया था. कुछ दिनों पहले ही तीनों भाईयों ने उदय मंदिर क्षेत्र में साथ में खाना खाया था. 9 अप्रैल को पहले भाई (सबसे छोटा) की तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उसको मथुरा दास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पर कोरोना के लक्षण नजर आने पर, जांच के लिए नमूना लिया गया. लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही पहले भाई की मौत हो गई.

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मौत के अगले दिन जब जांच रिपोर्ट आई. रिपोर्ट में मृत पहला भाई कोरोना निगेटिव निकला. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने शव परिजनों को सौंप दिया. पहले भाई के जनाजे में उसके दोनों भाई भी शामिल हुए थे. इसके बाद दूसरा भाई जो सबसे बड़ा था, उसकी भी मौत हो गई.

मृत दूसरे भाई की जांच कराए बगैर ही अंतिम संस्कार कर दिया गया. जनाजे में तीसरा भाई (मंझला भाई) भी शामिल हुआ था, जिसकी तबीयत खराब होने पर उसको महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से मथुरा दास माथुर अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया.

बीते दिन गुरुवार रात तीसरा भाई जो आइसोलेशन वार्ड में भर्ती था. उसने भी दम तोड़ दिया. तीसरे भाई की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी. तीसरा भाई जो कोरोना पॉजिटिव था, उसे हार्ट प्रॉब्लम भी थी. तीसरे भाई की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद परिवार के 20 सदस्यों को व्वॉरेंटाइन में भेज दिया गया.

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लेकिन पहले दोनों भाइयों की मौत के बाद परिवार वालों को क्वॉरेंटाइन नहीं किया गया था. पहले भाई की मौत के बाद उसकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. इसीलिए दूसरे और तीसरे भाई की जांच नहीं की गई. दूसरे भाई की मौत पर जो सबसे बड़ा था. उसकी जांच ही नहीं कराई गई. पहला भाई जिसकी मौत हुई थी, वो सबसे छोटा था इसलिए हो सकता है. उसमें संक्रमण के लक्षण विकसित नहीं हुए हों और पहले भाई की रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आ गई.

जबकि बाद में मरने वाले भाइयों की उम्र ज्यादा थी तो उनमें संक्रमण जल्दी फैल गया और लक्षण नजर नहीं आए. जोधपुर में अब तक जितने मामले कोरोना संक्रमण के सामने आए हैं. उनमें ज्यादातर में कोरोना के लक्षण नजर नहीं आए हैं.

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