जोधपुर. सरकार को डर है कि अगर मुख्यमंत्री के गृह नगर जोधपुर में कोरोना की भयावता से जुड़े सही आंकड़े सामने आ गए तो राजनीति हो जाएगी. इसके चलते सरकार लंबे समय से जोधपुर के कोरोना संक्रमण के आधिकारिक आंकड़े छुपा रही थी. इस बात की पुष्टि राज्य सरकार के उप मुख्य सचेतक और जोधपुर जिले के प्रभारी मंत्री महेंद्र चौधरी ने रविवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता करते हुए आंकड़ों से पूछे गए सवाल के जवाब में खुद ही कर दी.
दरअसल, चौधरी शनिवार को जोधपुर आए थे आते ही उनसे पत्रकारों ने पूछा था कि जोधपुर में कितने कोरोना के मरीज हैं तो उनका मैं पूछ कर बताऊंगा. रविवार को ज्योही प्रेस वार्ता शुरू हुई उन पर फिर सवाल दागा गया आखिरकार जोधपुर की स्थिति क्या है. तो उन्होंने कहा कि आप लोगों के लिए आंकड़े जरूरी हैं, क्योंकि आप पत्रकार हो, लेकिन हम मानते हैं कि ये राजनीति का वक्त नही है.
चौधरी से पूछा गया कि राजनीतिक कौन कर रहा है? इसका जवाब क्यों नहीं दिया अलबत्ता ये कहने लगे मैं बताऊंगा कितने आंकड़े हैं. जब भी जिसको जरूरत हो मेरे से पूछ ले. आखिरकार उन्होंने बताया कि जोधपुर में अब तक 28,476 कोरोना के मामले आ चुके हैं जबकि 350 रोगियों की मौत हो चुकी है. तो फिर उनसे पूछा गया राज्य सरकार की जो रिपोर्ट आती है उसमें और इसमें बड़ा फर्क क्यों है. उस रिपोर्ट में अभी तक जोधपुर में सिर्फ 21 हजार कोरोना के मामले बताए गए हैं और 147 लोगों की मौत क्यों बताई जा रही है?