जोधपुर.भीतरी शहर से अगुआ हुए 7 वर्ष के मासूम हिमांशु का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया. खंडाफलसा थानाधिकारी दिनेश लखावत भी अंतिम यात्रा में शामिल हुए. गुरुवार को ही पुलिस ने हिमांशु की हत्या करने वाले पड़ोसी गोपाल किशन सोनी को कोर्ट में पेश कर 2 दिन का रिमांड प्राप्त किया तो इस प्रकरण में नई जानकारी भी सामने आने लगी.
हिमांशु की हत्या के तुरंत बाद शव को फेंक आया था हत्यारा पढ़ें- जोधपुर: पड़ोसी निकला हिमांशु का कातिल, 15 मार्च को हत्या के बाद भेजा फिरौती का मैसेज
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि 7 साल के मासूम हिमांशु की हत्या करने वाला गोपाल किशन सोनी ऑनलाइन जुआ खेला करता था और उस पर 50 हजार से ज्यादा का कर्ज हो गया था. वह इस उधेड़बुन में था कि यह कर्ज कैसे चुकाएगा. इस दौरान ही 15 मार्च को दिन में करीब 3 से 4 बजे के बीच हिमांशु खेलता खेलता उसके घर में आ गया.
इस दौरान किशन की नजर हिमांशु पर पड़ी तो उसे लगा कि इसे बंधक बनाकर फिरौती मांग लेता हूं. इसके लिए उसने उसे बंधक बनाया तो किशन ने चिल्लाना शुरू कर दिया तो उसने उसका गला दबा दिया. उसे लगा कि हिमांशु बेहोश हो गया है. इस पर उसने एक कपड़े का रस्सी बना कर उसका गला घोंट दिया.
हत्या के तुरंत बाद शव फेंक आया था हत्यारा
15 मार्च की शाम को हिमांशु के परिजन उसकी तलाश शुरू करते उससे पहले ही किशन सोनी ने उसका शव पहले आटे के कट्टे में डाला और बाद में कट्टे को एक बड़े थैले में डाल कर डालकर अपनी बाइक से शाम 5 बजे से पहले हिमांशु के शव को पोलो ग्राउंड के नाले में डालकर आ गया.
पुलिस की जांच और सीसीटीवी फुटेज में वह अपनी बाइक पर शव ले जाता नजर भी आ रहा है. जबकि बुधवार को किशन ने पुलिस को बताया कि वह 16 मार्च को सुबह डाल कर आया था, लेकिन गुरुवार को पूछताछ में उसने यह कबूल लिया कि वह हत्या करने के तुरंत बाद ही शव लेकर वहां से निकल गया और बाद में मोहल्ले में आकर परिजनों के साथ हिमांशु की तलाश करने लगा.
प्रदर्शन कर मांगी नौकरी, रात को फ्लैग मार्च
गुरुवार को भी भीतरी शहर में कुम्हारिया कुआं क्षेत्र के लोगों ने रास्ता रोककर प्रदर्शन किया. लोगों ने मांग की कि इस परिवार को एक सरकारी नौकरी दी जाए. हालांकि बाद में समझाइश के बाद लोग मान गए और उन्हें घर भेज दिया गया और उसके बाद हिमांशु का अंतिम संस्कार किया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरुवार रात को खंडा फलसा थाना पुलिस और आरएसी के जवानों ने भीतरी शहर के उस इलाके में फ्लैग मार्च भी किया.