जोधपुर. नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि भले ही कृषि कानून केंद्र सरकार ने वापस ले लिए हैं. लेकिन वह एनडीए में नहीं लौटेंगे. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार और राजस्थान सरकार को बेईमान बताते हुए उनके गठबंधन का आरोप लगाया.
शनिवार को जोधपुर सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए बेनीवाल ने कहा कि केंद्र में मोदीजी बैठे हैं और राजस्थान में अशोक गहलोत. दिल्ली वाले भी बेईमान हैं और राजस्थान वाले भी. बेईमानों ने गठबंधन कर रखा है. इस गठबंधन को कौन तोड़ेगा. लोकतंत्र में जिसके पास कलम होती है, उसके पास ताकत होती है. दिल्ली कलम मोदी के पास है तो राजस्थान में गहलोत के पास है.
पढ़ें:अलवर मूक बधिर किशोरी मामला : तीन दिन बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने पर हनुमान बेनीवाल ने पुलिस और सरकार पर साधा निशाना
बेनीवाल ने कहा कि बीजेपी के कई नेता व मंत्री गहलोत के संपर्क में हैं. वसुंधरा ने गहलोत की सरकार बचाई. वह भी बीजेपी की नेता हैं. अब बात यह है कि 2023 में राजस्थान बचाने के लिए क्षेत्रीय पार्टी की बहुत बड़ी आवश्यकता है. किसानों के लिए मैंने केंद्र सरकार को छोड़ दिया. कानून वापस हो गया लेकिन मैं एनडीए में वापस नहीं (Hanuman Beniwal on rejoining NDA) जा रहा हूं. कानूनों को लेकर हमने लड़ाई लड़ी. दिल्ली का सिस्टम ठीक नहीं है.
दिल्ली वाले बेईमान, राजस्थान वाले भी, बेईमानों का हुआ गठबंधन...इसे कौन तोड़ेगा-बेनीवाल पढ़ें:RLP agitation from Jodhpur: कोरोना खत्म होने पर जोधपुर से करेंगे जन आंदोलन का आगाज: हनुमान बेनीवाल
सरकार को मानना चाहिए गलती
प्रदेश में कर्ज के चलते किसानों की जमीन नीलाम होने के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बेनीवाल ने कहा कि राहुल गांधी को जब पता नहीं था तो 10 दिन में कर्जा माफी की घोषणा क्यों की. अगर घोषणा कर दी है तो अब इसे पूरी करो. दिल्ली के पाले में मत डालो. या फिर गहलोत यह साफ करें कि राहुल गांधी ने यूं ही घोषणा कर दी थी, हम माफी मांगते हैं. हम चाहते हैं कि इसमें केंद्र भी सहयोग करे. अकेला प्रदेश कुछ नहीं कर सकता. बेनीवाल ने कहा कि किसानों व नौजवानों की समस्याओं को लेकर जल्दी बड़ी रैली करेंगे. कोरोना के चलते इसमें बाधा बनी हुई है. कोरोना के चलते हर कोई परेशान है.