जोधपुर. 29 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस के मौके पर जिले की एक बालिका ने कोरोना को लेकर संदेश दिया है. रिषिका विश्नोई नाम की इस बालिका ने नृत्य करते हुए कोरोना से जंग जीतने का संदेश दिया है.
नृत्य के जरिए बालिका ने कोरोना को लेकर किया जागरुक बालिका का कहना है कि वैदिक काल से चली आ रही इस प्राचीन कला को जीवित रखने के लिए हमें खुलकर नृत्य करना चाहिए. अगर जीवन से नृत्य खत्म हो गया, तो प्रकृति भी खत्म हो जाएगी. 29 अप्रैल 1982 से इस दिन अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जा रहा हैं.
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कविता के जरिए दिया कोरोना से जंग जीतने का संदेश
करौली जिले में लांगरा थाना अधिकारी देवेंद्र शर्मा की बिटिया ने अपनी कविता गाकर लोगों के सामने कोरोना से हिम्मत ना हारने का संदेश दिया है. कक्षा 6 की छात्रा छवि शर्मा ने इस कविता के माध्यम से यह बताया है कि हमें कोरोना से हिम्मत नहीं हारनी चाहिए. हमें सरकार और चिकित्सा विभाग की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करना है.
कविता के जरिए बालिका ने कोरोना को लेकर किया जागरुक बालिका ने कविता के माध्यम से भारतीयों को हिम्मत और एकता के साथ कोरोना महामारी आपदा से निपटने के लिए एकजुटता का संदेश दिया है.