फलौदी (जोधपुर).बेटा और बेटी की शादी का कार्ड छपवाने वाले सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक मोहनलाल विश्नोई को नोटिस जारी कर दिया गया. बीते दिन बुधवार को आयोजित भोज के दौरान भी पचास से अधिक व्यक्ति पाए जाने पर प्रशासन ने वहां से कई लोगों को हटा दिया और 25 हजार रुपए का जुर्माना भी लगा दिया.
बता दें, मारवाड़ के ग्रामीण क्षेत्र में शादी के निमंत्रण पत्र पर बड़ी संख्या में रिश्तेदारों सहित कई लोगों के नाम छपवाने की परंपरा रही है. यहां पर लोग बड़ी संख्या में अपने जान-पहचान वाले लोगों के नाम छपवाते हैं, जितने अधिक नाम उतना ही अधिक रसूख माना जाता है, इसे छपवाने वाले का. राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय हरजी गोदारों की ढाणी पडियाल के प्रधानाध्यापक मोहनलाल विश्नोई के बेटे और बेटी का मुकलावा (गौना) होने पर बुधवार को प्रीतिभोज का आयोजन था. इस आयोजन से पहले उनकी तरफ से छपाया गया निमंत्रण पत्र सुर्खियों में छा गया. इस कार्ड पर पूरे 301 नाम छपे थे. सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने पर फलौदी प्रशासन भी हरकत में आ गया और एसडीएम व इन्सीडेन्ट कमांडर यशपाल आहूजा ने कार्ड छपवाने वाले व्यक्ति को 17 सीसीए के तहत आरोप पत्र जारी कर दिया.
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आरोप पत्र में कहा गया है, प्रीतिभोज और विवाह आशीर्वाद समारोह के लिए छपवाए गए आमंत्रण पत्र में करीब तीन सौ स्वागतकर्ताओं के नाम हैं. कोविड गाइडलाइन के मुताबिक विवाह समारोह में 50 से अधिक व्यक्तियों को आमंत्रित नहीं किया जा सकता. एसडीएम को भी न तो विवाह की सूचना दी है और न ही स्वीकृति के लिए आवेदन किया है.
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आरोप पत्र में कहा गया है, राजकीय सेवक होने के नाते आपसे यह अपेक्षा की जाती है कि आप कोरोना गाइडलाइन की पालना करेंगे. इस निमंत्रण पत्र से स्पष्ट होता है, आपने कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन किया गया है. यह कृत्य कर्तव्य के प्रति लापरवाही, कोविड गाइडलाइन के तहत सरकार के आदेशों की अवज्ञा तथा गंभीर दुराचरण का प्रतीक है.