जोधपुर. कोटा के नयापुरा थाने में गुरुवार रात को एक व्यक्ति के आत्मदाह करने के प्रयास के मामले में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इसको लेकर ट्विट कर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए (Shekhawat tweets on self immolation cases) हैं. शेखावत ने कोटा के मामले के साथ-साथ भरतपुर में संत के आत्मदाह की वजह सरकार की ओर से जनभावना को नकारना बताया है.
जनभावना को नकारने से जनता उठा रही आत्मदाह जैसे कदम-गजेंद्र सिंह शेखावत
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आत्मदाह की घटनाओं को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है. शेखावत ने ट्विट कर कहा (Shekhawat tweets on self immolation cases) कि नयापुरा थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति के आत्मदाह के प्रयास के पीछे कांग्रेस पार्षद का नाम सामने आना गंभीर जांच और चिंता का विषय है. उन्होंंने सवाल उठाया कि क्या जनभावना को नकारना इस नकारात्मक वातावरण का सबसे बड़ा कारण है.
शेखावत ने ट्विट कर कहा कि आत्महत्या का समर्थन किसी भी स्थिति-परिस्थिति में नहीं किया जा सकता, लेकिन नयापुरा थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति के आत्मदाह के प्रयास के पीछे कांग्रेस पार्षद का नाम सामने आना गंभीर जांच और शासन-प्रशासन के लिए चिंतन का विषय है. साथ ही शेखावत ने इस बात को लेकर भी सवाल उठाया कि राज्य में साधु-संतों से लेकर आमजनमानस तक यह मानसिकता क्यों बनी है कि खुदकुशी की कोशिशें हो रही हैं? क्या जनभावना को नकारना इस नकारात्मक वातावरण का सबसे बड़ा कारण है. गौरतलब है कोटा में राधेश्याम मीणा ने नयापुरा थाने में पार्षद हरिओम सुमन के खिलाफ रिपोर्ट दी थी. लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी. इससे परेशान होकर उसने थाने में आत्मदाह के लिए खुद को आग लगा ली.