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फारुक अब्दुल्ला का जोधपुर दौरा: सभा में बोले फारुक- जब चीन से बात हो सकती है तो पाकिस्तान से क्यों नहीं...

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रविवार को जोधपुर दौरे पर आए थे. यहां उन्होंने एक सभा में शामिल लोगों को संबोधित भी किया. वहीं विश्नोई महासभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया को बनाए जाने के बाद आयोजित धन्यवाद सभा में उन्होंने कहा कि चीन से बात हो सकती है तो पाकिस्तान से क्यों नहीं कर सकते हैं. पढ़ें पूरी खबर.

Farooq Abdullah News,  Farooq Abdullah visit to Jodhpur
फारुक अब्दुल्ला का जोधपुर दौरा

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Published : Nov 14, 2021, 8:40 PM IST

Updated : Nov 14, 2021, 11:10 PM IST

जोधपुर. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला रविवार को जोधपुर में अपने मित्र के पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. उस दौरान सभा में फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि मैंने राजस्थान के पानी में नमक खाया है. मैं 7 साल पहले जयपुर के मेडिकल कॉलेज में आया था, तब मुझे याद है एक लड़की विश्नोई खानदान से मिली थी. तब मैंने देखा वह लड़की धर्म को लेकर कितना संजीदा थी. अब हम लोग धर्म से बहुत दूर हो गए हैं. धर्म बुरा नहीं है, इंसान बुरा है. धर्म अच्छी चीज सिखाता है. वहीं एक धन्यवाद सभा में उन्होंने कहा कि भारत को पाक से बातचीत कर हल निकालना चाहिए. चीन से बात हो सकती है तो पाकिस्तान से क्यों नहीं हो सकती़ जबकि चीन तो सबसे बड़ा दुश्मन है.

दुनिया में एक ही जाति है जो वृक्ष को काटने नहीं देती है. खुद कट जाते हैं लेकिन वृक्ष बचाते हैं. भारत तरक्की करेगा और इसे कोई रोक नहीं सकता. पहले भारत का इंसान सही होना चाहिए. एक तो अपने आप पर भरोसा होना चाहिए और दूसरा भगवान पर भरोसा होना चाहिए. फारुक अब्दुल्ला ने गाना गाते हुए कहा कि रहना यहां, मरना यहां इसके सिवा जाना कहां.. नफरत छोड़ो और प्रांत की तरफ चलो.

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दुनिया में तबाही है वह इसलिए है कि हम भगवान को भूल गए और खुद को भगवान समझ बैठे हैं. भगवान से मांगों कि भारत को मुश्किलों से निकाले...इस गरीबी से निकाले, इस बदहाली से निकाले भगवान तू ही सब कुछ है. जब हमारा मरीज अस्पताल में पड़ा होता है और उसे खून की जरूरत होती है तब यह पता नहीं होता है कि खून किसका है लेकिन बचने के बाद जब हॉस्पिटल से बाहर आता है तो वह विश्नोई, ब्राह्मण, ईसाई सब बन जाता है लेकिन इंसान नहीं बन पाता है. अगर इंसान बनना है तो भगवान को पहचानो और जिस दिन तुम भगवान को पहचान लोगे तुम्हें किसी से नफरत नहीं होगी.

फारुक अब्दुल्ला का जोधपुर दौरा

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मैं एक बार गुजरात गया तो उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे. तब मैंने एक सभा के दौरान सीएम को कहा कि मोदी जी जब मैं आपकी आंखों में देखूं तो मुझे खुदा दिखे और जब आप मेरी आंखों में देखो तो आपको अपना भगवान दिखे, वही हिंदुस्तान है और हिंदुस्तान में कोई फर्क नहीं है. हम सब इस देश के वासी हैं. हमें देश के साथ जीना है और मरना है. इसलिए नफरत पैदा मत करो, नफरत से दूर हो जाओ.

इंसान की खिदमत करो. भगवान ना मंदिर में ना मस्जिद में है वह सिर्फ हमारे दिलों में हैं. हर चीज में भगवान हैं तुम उसको पहचानो. भगवान आपके अंदर हैं, भगवान को पहचानो और जिस दिन भगवान को पहचान लिया इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी. मौत देने वाला वही है और जिंदगी देने वाला भी वही है. फारुक अब्दुल्ला के निजी कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी सहित कई गणमान्य नेता मौजूद रहे.

मुस्लिमों पर हमले हो रहे हैं, मस्जिद तोड़ी जा रही हैं अब तो हमें भी डर लगने लगा है

विश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया को बनाए जाने के बाद उन्होंने रविवार को जोधपुर में धन्यवाद सभा आयोजित की. सभा में में मौजूद जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने मीडियो से रूबरू होते हुए जम्मू कश्मीर के हालात को लेकर चिंता जताई. साथ ही कहा कि मुस्लिमों पर हमले हो रहे हैं, मस्जिदें तोड़ी जा रही हैं ऐसे में अब तो हमें भी डर लगने लगा है. भारत का सबसे बड़ा दुश्मन तो चीन है यदि उससे बातचीत की जा रही है तो पाकिस्तान से क्यों नहीं. पाकिस्तान से बात कर शांति कायम करनी चाहिए जिससे दोनों देशों की आवाम आपस में मिल सके. शादी-विवाह कर सके और आ जा भी सके.

आज मुझे तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई से हुई मुलाकात याद आ रही है. जब मैंने अटल बिहारी से कहा तो उन्होंने मेरी बात मानी और नवाज शरीफ भी उनकी बात मान गए. उन्होंने बाजपेई जी को कहा था कि पाकिस्तान में जाकर मिले और वह मिले भी. नवाज शरीफ भी उनकी बात मान गए और उन्होंने कहा कि दोनों ही देशों के बीच एक लाइन बना देते हैं. ऐसा हुआ नहीं लेकिन दोनों ही देशों की दुश्मनी ने हिंदू और मुस्लिमों को अलग कर दिया है. ऐसे हालात भारत और पाकिस्तान में ही नहीं है, पूरी दुनिया में हो चुके हैं. अंग्रेज भी डरने लगे हैं कि हिंदू और मुस्लिमों में बढ़ रही दूरियां और दुश्मनी से विश्व को बड़ा नुकसान न हो जाए.

Last Updated : Nov 14, 2021, 11:10 PM IST

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