जोधपुर. एम्स जोधपुर के प्रतीक डिपार्टमेंट के डॉक्टर ने साढ़े 4 साल बाद फिर एक बड़ा मुकाम हासिल करते हुए देशभर के चिकित्सा संस्थानों में अपना नाम रोशन किया है.
दिल और पेट से जुड़े 6 दिन के जुड़वां बच्चों को किया अलग गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर यहां छाती और पेट से जुड़े सिर्फ 6 दिन के बच्चों को ऑपरेशन कर अलग किया है. पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. अरविंद सिन्हा की अगुवाई में दूसरी बार जोधपुर एम्स ने यह मुकाम हासिल किया है. इससे पहले इसी तरह के दो बच्चों को अलग किया गया था. एम्स प्रशासन के मुताबिक यह ऑपरेशन करने का निर्णय इमरजेंसी में लिया गया, क्योंकि एक बच्चे के आंत में ब्लड का रिसाव शुरू हो गया था और उसके हार्ट और फेफड़े में भी कई तरह की बीमारियां थीं. इसके चलते दोनों को अलग करने का निर्णय लिया गया.
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बच्चों की जांच में पाया गया था, कि लीवर के साथ सिंगल पेरिकार्डियल थैली में दोनों के अलग-अलग दिल भी हैं. शनिवार दोपहर 2:00 बजे दोनों बच्चों को ऑपरेशन थिएटर में शिफ्ट किया गया और उसके बाद सर्जरी की प्रक्रिया शुरू की गई. शाम करीब 7:00 बजे सर्जरी पूरी हुई. ऑपरेशन के बाद एक बच्चे की स्थिति नाजुक बनी हुई है, हालांकि दोनों अभी आईसीयू में हैं.
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डॉक्टरों के मुताबिक शुक्रवार रात को एक बच्चे की तबीयत बिगड़ी थी, जिसके बाद तत्काल ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया. डाक्टरों का कहना है, कि अगर एक बच्चे की मौत हो जाती तो दूसरे को सिर्फ 30 मिनट में अलग करना पड़ता, जो काफी मुश्किल था. ऐसी स्थिति बनने से पहले ही डॉ. सिन्हा ने दोनों को अलग करने का निर्णय ले लिया. इस ऑपरेशन में डॉक्टर अरविंद सिन्हा ने विभाग के डॉक्टर के अलावा एनसीसी के डॉक्टर्स की टीम को भी बधाई दी है.