जोधपुर. शहर के किर्तीनगर मंगरा पूजला में शनिवार को गैस सिलेंडर फटने के मामले में सोमवार को पांचवी मौत हुई है. मुख्य आरोपी भोमाराम की मां शोभा देवी ने एमजीएच में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. घायलों का इलाज (Jodhpur cylinder blast Case) चल रहा है. 80 से 90 फीसदी बर्न घायलों की स्थिति क्रिटिकल बनी हुई है. एक को वेंटीलेटर पर रखा गया है. वहीं, हादसे में घायल पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की गई है.
महात्मा गांधी अस्पताल की अधीक्षक डॉ. राजश्री बेहरा ने बताया कि टीमें लगातार मरीजों की देखरेख कर रही है. यहां कुल 15 घायल भर्ती हैं. इनमें पांच (Compensation to victims in Jodhpur cylinder blast) बच्चे भी हैं. लेकिन कुछ मरीजों की स्थित चिंताजनक है. अस्पताल के प्रतीक्षा कक्ष में बड़ी संख्या में घायलों के परिजन बैठे हैं, जो सरकार से आर्थिक सहायता देने की मांग कर रहे हैं. इधर, पुलिस ने भोमाराम के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इस हादसे में भोमाराम के तीन बच्चों और साले के बाद मां शोभा देवी ने सोमवार को दम तोड़ दिया. इसके बाद मृतकों की संख्या 5 हो गई है. वहीं 15 का इलाज चल रहा है.
तीन बच्चे खोने वाला भोमाराम बना आरोपी पढ़ें. राजस्थानः जोधपुर में अवैध रूप से रखे गैस सिलेंडर फटे, 4 लोग जिंदा जले...16 झुलसे
एक परिवार के लोग सर्वाधिक पीड़ित :इस हादसे में आरोपी भोमाराम का ही परिवार सर्वाधिक (fifth death in jodhpur cylinder blast case) प्रभावित हुआ है. परिवार के 5 सदस्यों की मौत हो चुकी है. जबकि 7 लोग घायल हैं. इसमें भोमाराम की पत्नी सहित 2 गंभीर हैं. गाड़िया लोहार समाज ने सरकार से पीड़ित परिवार को आर्थिक पैकेज देने की मांग की है. समाज मे जिलाध्यक्ष जगदीश चौहान का कहना है कि नेता आकर चले गए. उपचार भी हो रहा है. इन परिवारों को अब आर्थिक सहायता की आवश्यकता है. लेकिन सरकार ने अभी तक किसी तरह की कोई घोषणा नहीं की है. हमारी सरकार से मांग है कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए.
भोमाराम के खिलाफ दर्ज हुआ मामला :माता का थान थाना क्षेत्र में अवैध रूप से गैस सिलेंडर की रिफिल करने को लेकर इस हादसे में घायल महिला सूरज के पति पारसमल जोशी ने भोमाराम के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. मामल की जांच एसीपी राजेंद्र दिवाकर को सौंपी गई है. जांच में आरोपी के घर से बड़ी संख्या में घरेलू व व्यवसायिक गैस सिलेंडर बरामद हुए थे. ऐसे में आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है.