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SPECIAL: इम्यूनिटी बढ़ाने वाला संतरा बाजार से गायब, मौसंबी के भाव आसमान पर - जोधपुर में संतरे की कमी

कोरोना संक्रमण से बचे रहने के लिए लोग अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन सी के स्त्रोत वाले फल ज्यादा खा रहे हैं. इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार फलों की डिमांड बढ़ी है लेकिन दाम में भी उछाल आया है.

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इम्यूनिटी बढ़ाने वाला संतरा बाजार से गायब

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Published : May 4, 2021, 8:00 PM IST

जोधपुर. कोरोना काल में लोग स्वास्थ्य को लेकर पहले से ज्यादा सतर्क हो गए हैं. अपनी इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लोग खान-पान पर विशेष ध्यान दे रहे हैं. अब इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार फलों की बिक्री भी बढ़ी है.

इम्यूनिटी बढ़ाने वाला संतरा बाजार से गायब

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क्या बाजार में विटामिन सी से भरपूर फलों की कमी है?

कोरोना काल में मरीजों के लिए विटामिन सी बहुत महत्वपूर्ण है. संतरा, मौसंबी, आम के फलों में विटामिन सी होता है. लेकिन इम्यूनिटी और डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए एक टॉनिक की तरह काम करने वाला संतरा जोधपुर के बाजार से लगभग गायब हो चुका है. इक्का-दुक्का जगह पर ही संतरा मिलता है. संतरे का भाव भी 100 रुपए किलो से कम नहीं हैं.

क्या कोरोना की दूसरी लहर के कारण फलों के दाम बढ़े हैं?

मौसंबी की फसल कम होने से इसके भाव भी आसमान पर हैं. मौसंबी की फसल महाराष्ट्र, गुजरात में ज्यादा होती है. लेकिन इस बार कमी होने से बाजार में इतनी महंगी मिल रही है कि गली-मोहल्ले में सड़कों पर लगने वाले ठेले पर तो नजर ही नहीं आती है.

मौसंबी का 13 किलो का कट्टा हर साल 300 से 400 रुपए में मिलता था. वह अब 900 रुपए में बिक रहा है. एक या 2 किलो मौसंबी खरीदनी है तो उसके लिए संतरे के भाव चुकाने पड़ रहे हैं. फुटकर फल विक्रेताओं का कहना है कि इतनी महंगी मौसंबी कोई खरीदता नहीं है, इसलिए हमने रखना बंद कर दिया है. गर्मी तेज होने से भी फल खराब हो जाता है, जिससे नुकसान उठाना पड़ता है.

संतरा (फाइल)

फसल कम इसलिए आवक कम

जोधपुर की भदवासिया मंडी के होलसेल विक्रेताओं का कहना है कि मौसंबी की फसल कम हुई है, इसलिए आवक थोड़ी कम है लेकिन उपलब्धता है. बाजार में दुकानें कम खुलने से बिक्री में कमी है. होलसेल मार्केट में मौसंबी का 13 किलो का कट्टा 800 से 850 रुपए में मिल रहा है. ग्रामीण क्षेत्र में यह कट्टा 1000 तक बिक जाता है. जिले के पीपाड़ कस्बे के होलसेलर ईश्वर सिंह ने बताया कि संतरा नहीं मिल रहा है, इसलिए मौसंबी ले रहे हैं क्योंकि कोरोना के साथ-साथ रमजान भी चल रहा है.

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नारियल भी महंगा

पानी वाले नारियल भी महंगे हो गए हैं. लॉकडाउन से पहले 100 रुपए के पांच नारियल मिलते थे. अब एक नारियल 45 से 50 रुपए में मिलने लगा है. गुड़ वाला नींबू भी बाजार में 100 से 120 रुपए किलो बिक रहा है.

डॉक्टर मानते हैं नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट

डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के मरीजों के लिए विटामिन सी वाले फल काफी लाभदायक होते हैं. उन्हें मौसंबी, संतरा आम, नारियल पानी लेना चाहिए. संतरा और मौसंबी नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) होते हैं और इम्युनिटी बढ़ाते हैं. शरीर का स्टेमिना बढ़ाने में भी मददगार होते हैं.

मौसंबी के भाव आसमान पर

विटामिन-सी से भरपूर फल

  • संतरे में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का स्रोत भी पाया जाता है. यह हिमोग्लोबिन को बढ़ाता है. इन फलों को खाने से कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व भी शरीर में जाते हैं.
  • प्राकृतिक तरीके से विटामिन सी लेने के लिए नींबू अच्छा विकल्प है. नींबू पानी पीने से शरीर को प्रचूर मात्रा में विटामिन सी मिलता है. गर्मी में नींबू पानी पीने से शरीर में पानी की कमी भी नहीं होती है. यह लू लगने से भी बचाता है.
  • कीवी भी इम्यूनिटी बूस्ट करता है. इसमें कई पोषक तत्व होते हैं.
  • पपीते में विटामिन-सी के साथ ही मैग्नीशियम, पोटैशियम, कैल्शियम, फाइबर, कॉपर और कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं.
  • अनानास में भी विटामिन-सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
  • आंवला भी विटामिन सी का बढ़िया स्त्रोत है.

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