जोधपुर.रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत और चीन के बीच हुए सीमा विवाद (border dispute between india and china) को लेकर बड़ा बयान दिया है. शनिवार को जोधपुर के निकट सालवा कला में वीर दुर्गादास राठौड़ की मूर्ति के लोकार्पण समारोह (Rajnath Singh unveils Veer Durgadas Rathore statue) को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि कोई कुछ भी कहे लेकिन हमने किसी को भी देश की सीमा के अंदर नहीं आने दिया है. उस दौरान कुछ घटनाएं तो ऐसी घटित हुई जो हम दो या तीन लोग जानते हैं, जिसे मैं सबके सामने सार्वजनिक नहीं कर सकता. लेकिन मान कर चलिए अगर वह बातें आप सबको पता हो तो सबका सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा.
राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं राजनीतिक पार्टियों के लोगों से कहना चाहूंगा (Rajnath Singh targets congress) कि देश की रक्षा को लेकर राजनीति नहीं करें क्योंकि देश की सीमा की रक्षा करने नेता नहीं जाते हैं हमारी माओं के लाल जाते हैं. हम देश की आन बान शान पर आंच कभी नहीं आने देंगे. रक्षा मंत्री ने कहा कि दुर्गादास ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने जो वचन दिया वह पूरा किया. हम भी उसी तरह से राजनीति करते हैं, जो वादा करते हैं उसे निभाते हैं. पहले नेताओं की कथनी और करनी में अंतर होता था, जिससे जनता में विश्वास का संकट पैदा हो गया. हमने उस संकट को खत्म किया है.
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राष्ट्रवीर थे दुर्गादास- रक्षा मंत्री ने कहा कि दुर्गादास एक ऐसे व्यक्तित्व थे (Rajnath Singh on Veer Durgadas Rathore), जिन्होंने स्वामी भक्ति और कर्तव्यनिष्ठ रहते हुए मारवाड़ की सुरक्षा की. हिंदुत्व की रक्षा की. वे सफल कूटनीतिज्ञ थे, जिसके बदौलत उन्होंने औरंगजेब को भी मात दी. उनका शौर्य पराक्रम बहुत बड़ा था, लेकिन जब औरंगजेब के सूबेदार ने उनकी मां की हत्या कर दी इसके बावजूद उन्होंने सूबेदार परिवार की महिलाओं को छोड़ दिया. उन्होंने मारवाड़ को एकता के सूत्र में बांधा. दक्षिण में भी काम किया. वे राष्ट्रीय वीर थे. उन्होंने दुर्गादास की मूर्ति लगाने वाले डॉ. दलीप करण के प्रति आभार जताते हुए कहा कि 37 साल तक अमेरिका में रहने के बावजूद वे अपने गांव और अपनी परंपराओं से जुड़े हुए हैं.