जोधपुर/सीकर.एसीबी जोधपुर की स्पेशल यूनिट ने सीकर जिले के खाटूश्यामजी कस्बे के पास अलोदा गांव स्थित टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के संचालक को गिरफ्तार किया है. संचालक को उपस्थिति पूरी कर विश्वविद्यालय को भेजने के एवज में बीस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा है.
एसीबी स्पेशल ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि जोधपुर जिले के ओसियां निवासी प्रकाश ने अलोदा स्थित जगन टीटी कॉलेज में प्रवेश लिया था. कॉलेज संचालक श्रवण उसे परेशान कर रहा था. संचालक का कहना था कि अगर उसे परीक्षा बैठना है तो उसकी विश्वविद्यालय भेजी जाने वाली उपस्थिति पूरी करवानी होगी. जिसके लिए उसे 27 हजार रुपए देने होंगे.
जिसके बाद परिवादी प्रकाश ने इसकी शिकायत जोधपुर एसीबी को दी. एसीबी ने परिवादी के मार्फत ही सूचना का सत्यापन करवाया. इस दौरान संचालक से बीस हजार रुपए में उपस्थिति पूरी कर विश्वविद्यालय को भेजना तय किया गया. इस कार्रवाई के लिए जोधपुर से स्पेशल यूनिट के पुलिस निरीक्षक रमेश खिड़िया के नेतृत्व में टीम भेजी गई.
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सोमवार को जगन टीटी कॉलेज में जैसे ही शिकायतकर्ता प्रकाश ने कॉलेज संचालक को बीस हजार रुपए की राशि दी तो एसीबी की टीम ने धावा बोलते हुए संचालक को उसके कार्यालय में रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
अब तक किसी ने नहीं की शिकायत करने की हिम्मत-
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की स्पेशल टीम के इंस्पेक्टर रमेश खिडिया ने बताया कि बीएड कॉलेज के द्वितीय वर्ष के छात्र प्रकाश ने शिकायत की थी कि जगन टीटी कॉलेज का संचालक बायोमेट्रिक उपस्थिति के नाम पर ₹27 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है. टीम ने जाल बिछाकर कार्रवाई की और बीस हजार की रिश्वत लेते हुए आरोपी संचालक श्रवण कुमार मावलिया को गिरफ्तार कर खाटूश्यामजी थाने लेकर आ गई और ट्रेप की पूरी कार्रवाई की.
वर्षो से चल रहा था काला खेल-
मिली जानकारी के अनुसार जगन टीटी कॉलेज का संचालक श्रवण कुमार मावलिया विद्यार्थियों से उपस्थिति के नाम पर पैसे मांगने का मुख्य धंधा करता था और तमाम विद्यार्थी संचालक की हरकतों से परेशान थे लेकिन किसी भी विद्यार्थी की उसके खिलाफ शिकायत करने की हिम्मत नहीं हुई क्योंकि संचालक भविष्य खराब करने की धमकी भी देता था.