जोधपुर. सीएम अशोक गहलोत के पुत्र एवं राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत ने उन पर लगे धोखाधड़ी के अरोपों को सिरे से नकारा है. उनका कहना है कि एक प्रकरण में उनका नाम जोड़ा गया है. उस मामले के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
वैभव ने आरोपों को लेकर किए गए अपने एक ट्वीट (Vaibhav Gehlot tweets regarding cheating case against him) में लिखा,'मीडिया में किसी प्रकरण को लेकर जिस तरह चल रहा है, जिसमें मेरा नाम भी डाला गया है, मुझे उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है और मेरा इस सब से कोई संबंध नहीं है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, झूठे आरोपों के साथ-साथ ऐसी कारस्तानियां और मैनिपुलेटेड बातें सामने आएंगी.'
वैभव गहलोत ने उन पर लगे धोखाधड़ी के आरोपों को सिरे से नकारा. पढ़ें:FIR Against Vaibhav Gehlot: नासिक में वैभव गहलोत के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज
इधर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस मामले को लेकर तंज कसते हुए अपने एक ट्वीट में कहा,'देखना होगा, सीएम साहब बेटे को बचाने के लिए हमेशा की तरह पूरी सरकार लगा देंगे या सच कहेंगे.' लगातार दो ट्वीट कर शेखावत ने कहा कि वैसे मुझे नहीं लगता वे सच कहेंगे. पुत्रमोह धृतराष्ट्र बना देता है. मुख्यमंत्री पुत्र वैभव गहलोत पर राजस्थान में ई-टायलेट टेंडर घोटाले में शामिल होने का गंभीर आरोप है. गहलोत साहब को सफाई में ध्यान रखना होगा कि मामला कोर्ट के कहने पर दर्ज हुआ है.'
वैभव गहलोत ने उन पर लगे धोखाधड़ी के आरोपों को सिरे से नकारा पढ़ें:Case of Cheating against Vaibhav Gehlot: सीएम गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के खिलाफ ठगी का मामला, बीजेपी ने की CM से स्थिति स्पष्ट करने की मांग
बता दें कि नासिक निवासी सुशील पाटिल ने गुजरात कांग्रेस के नेता सचिन वालेरा और वैभव गहलोत सहित 14 जनों के विरुद्ध शिकायत दी. कोर्ट के आदेश पर इस मामले में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है. पाटिल का आरोप है कि वालेरा ने उसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वैभव गहलोत के संबंधों का प्रभाव बता कर राजस्थान में सरकारी काम लेने के लिए करोड़ों निवेश रुपए करवाए थे, लेकिन वापस नहीं दिए.