जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो काॅन्फ्रेंस से जोधपुर जिले में विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं के लोकार्पण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने इस अवसर पर शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेजीडेन्सी रोड में महाराजा अग्रसेन वेलफेयर सोसायटी के सहयोग से स्थापित ऑक्सीजन प्लांट तथा जिला अस्पताल पीपाड़ सिटी में विनायक इंडस्ट्रीज के सहयोग से तीन वार्डों के नवीनीकरण एवं मशीनीकरण तथा 30 बेड के कोविड वार्ड आदि चिकित्सा सुविधाओं का लोकार्पण किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर ने शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों एवं युवा वर्ग को भी चपेट में लिया है. अधिकतर रोगियों को हाई फ्लो ऑक्सीजन एवं वेन्टीलेटर की जरूरत पड़ रही है. पहली लहर के मुकाबले मृत्यु दर भी कई गुना अधिक है. देश के विभिन्न राज्यों से भी जिस तरह की चिंताजनक खबरें आ रही हैं. वे व्यथित एवं विचलित कर देने वाली हैं. ऐसी विषम परिस्थिति में राज्य सरकार प्रदेशवासियों की जीवनरक्षा के लिए संकल्पबद्ध होकर काम कर रही है.
गहलोत ने कहा कि हम समाज के सभी वर्गों को साथ में लेकर लगातार ऐसे फैसले ले रहे हैं. जिससे जरूरतमंदों को राहत मिले और कोई भूखा न सोए का संकल्प साकार हो. गहलोत ने कहा कि ऐसे वक्त में गांव-ढाणी तक स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए भामाशाहों से मिल रहा सहयोग हमारा हौसला बढ़ा रहा है. राज्य सरकार अपने वित्तीय संसाधनों से चिकित्सा सुविधाओं के सुदृढीकरण में किसी तरह की कमी नहीं रख रही है. लेकिन आमजन से मिल रहा सहयोग इन प्रयासों को और मजबूती दे रहा है.
उन्होंने जोधपुर में चिकित्सा सुविधाओं में सहयोग के लिए महाराजा अग्रसेन वेलफेयर सोसायटी तथा विनायक इंडस्ट्रीज सहित तमाम भामाशाहों का आभार व्यक्त किया.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी से प्रदेशवासियों की जीवनरक्षा के लिए राजस्थान में बेहतरीन काम हुआ है. मुख्यमंत्री के निर्देशन में युद्धस्तर पर पीड़ित मानवता की सेवा का काम किया जा रहा है. हमारे प्रयासों को केंद्र सरकार ने भी सराहा है. कोविड जांच क्षमता और अस्पतालों की संख्या बढ़ाने, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू एवं वेंटीलेटर क्षमता में बढ़ोतरी, सीएचसी एवं पीएचसी स्तर तक उपचार सुविधाओं के विस्तार में हमारी सरकार जुटी हुई है. उन्होंने बताया कि जोधपुर क्षेत्र में राज्य सरकार, जनप्रतिनिधियों एवं भामाशाहों के सहयोग से 10 नए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं. इनमें से 9 प्लांट के लिए कार्यादेश जारी हो गए हैं.