जोधपुर.आखिरकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शहर के निर्माण कार्य से जुड़े जिम्मेदारों को दी गई घुड़की (CM Gehlot on Road Condition) काम आ गई. आनन-फानन में ही सही, कलेक्टर की पहल पर शहर की बदहाल सड़कें ठीक होना शुरू हो गईं हैं. कुल चालीस किलोमीटर की सड़कें ठीक होंगी, जो काफी पहले से खराब थीं और इस बार हुई बारिश के बाद पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो गईं. कलेक्टर ने बताया कि सीएम के निर्देश पर सड़कों को ठीक रकने की प्रक्रिया शुरू की गई है.
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में जेडीए काम कर रहा है. बाकी जगहों के लिए भी टेंडर प्रक्रिया हो रही है. खस्ताहाल जगह ठीक होने के बाद शहर की मुख्य 40 किलोमीटर की सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा. कलेक्टर ने एक बैठक कर सभी जिम्मेदारों को (Ashok Gehlot Indications to Officers) साफ शब्दों के गुणवत्ता को लेकर समझौता नहीं करने की हिदायत दी है. बता दें कि सीएम ने 30 अगस्त को जोधपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि सड़कें ठीक नहीं हैं. जिन अधिकारियों को जोधपुर में रहना है, उनको सड़कें ठीक करनी ही होंगी. उन्हें सीएम के शहर का तो मान रखना चाहिए.
डीएलबी सड़कें ठीक करेंगे ठेकेदार : जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि डीएलबी (डिफेक्टिव लायबिलिटी पीरियड) के अंतर्गत आने वाली सभी सड़कों की मेंटेनेंस का कार्य ठेकेदारों के माध्यम से अगले 2 दिन में शुरू करवाया जाना सुनिश्चित कराएं. शहर में आजकल ज्यादातर सड़कें डीएलबी के तहत बन रही हैं. जिसके चलते उनका रखरखाव करना ठेकेदार की जिम्मेदारी है. उनसे टूटी सड़कें ठीक करवाने के लिए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं. सामान्यत ठेकेदार ऐसे हालात में गड्ढों में मिट्टी-कंकड़ डालकर औपचारिकता करते हैं. इसके चलते कलेक्टर ने अधिकारियों को इसके लिए निर्देशित किया है.