जोधपुर. यौन उत्पीड़न के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम ने राजस्थान हाईकोर्ट के समक्ष अपील में जमानत याचिका पेश कर अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है. वरिष्ठ न्यायाधीश संदीप मेहता व न्यायाधीश विनीत कुमार माथुर की खंडपीठ के समक्ष आसाराम की अपील में तीसरी बार सजा स्थगन याचिका पेश की गई (Asaram application to stay on imprisonment) है.
Asaram Case : आसाराम की तीसरी बार सजा स्थगन याचिका, सरकार को जवाब के लिए अंतिम अवसर - Rajasthan High court
आसाराम के वकील ने राजस्थान हाईकोर्ट के सामने सजा स्थगन का प्रार्थना पत्र दायर किया (Asaram application to stay on imprisonment) है. हालांकि, इस पर पीड़िता के वकील और सरकार की तरफ से कोई जवाब पेश नहीं किया गया है. कोर्ट ने सरकार से जवाब पेश करने का अंतिम अवसर दिया है. इस मामले में अगली सुनवाई 30 जून को होगी.
सरकार व पीड़िता के अधिवक्ता की ओर से अभी तक जवाब पेश नहीं किया गया है. सरकार की ओर से जवाब के लिए समय चाहा, तो कोर्ट ने सरकार को आवश्यक रूप से जवाब पेश करने के लिए अंतिम अवसर दिया है. वहीं मामले में 30 जून को अगली सुनवाई मुकरर्र कर दी है. गौरतलब है कि मार्च 2022 में आसाराम के प्रार्थना पत्र पर हाईकोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाते हुए आसाराम को नोटिस जारी कर दिया था. ऐसे में आसाराम के अधिवक्ता ने हाईकोर्ट के समक्ष सजा स्थगन प्रार्थना पत्र दायर कर दिया.
पढ़ें:आसाराम ने तीसरी बार हाईकोर्ट के समक्ष लगाई जमानत याचिका, सरकार को रिप्लाई के लिए दिया समय