जोधपुर. शहर के रातानाड़ा थाने में क्लोन चेक बनाकर बैंक से रुपए निकालने के प्रयास से जुड़ा एक मामला दर्ज हुआ है. बैंक की सजगता के चलते ग्राहक के खाते में लाखों रुपए की सेंध लगते लगते रह गई. पुलिस के अनुसार बैंक ऑफ बड़ौदा की यूनिवर्सिटी ब्रांच में मुकेश माहेश्वरी का खाता है. इस खाते से उन्होंने 3 लाख का एक चेक संख्या 449 मनीषा माहेश्वरी के नाम से जारी किया था. यह चेक 21 दिसंबर 2019 को क्लियर हो गया, जिसकी राशि 3 लाख रुपए थी, लेकिन 15 जनवरी को मुकेश के पास बैंक ऑफ बड़ौदा से इसी चेक नंबर से चेक जारी होने की जानकारी मिली, जिसमें बताया गया कि आप द्वारा जारी किए गए चेक की राशि एक लाख 98000 है.
इस पर मुकेश चौक गए उन्होंने कहा कि यह चेक तो एक साल पहले ही कट चुका है और इसका भुगतान भी हो चुका है. इसके बाद बैंक ने चेक का स्टॉप पेमेंट कर दिया. बाद में मुकेश ने बैंक जाकर पूरी पड़ताल की तो सामने आया कि 449 नंबर का चेक एक लाख 98 हजार रुपए किसी खोडल फार्मास्युटिकल्स के नाम से क्लियरिंग के लिए आया था. थाने के उपनिरीक्षक चतुराराम के अनुसार बैंक अधिकारियों ने उस अकाउंट के बारे में भी पड़ताल की, तो पता चला कि गुड़गांव के सेंट्रल बैंक में खोडल फार्मास्युटिकल्स नाम से वो अकाउंट भी कुछ समय पहले ही खोला गया था.
2 लाख रुपए से अधिक की राशि पर ली जाती है सहमति