जयपुर.प्रदेश में एक तरफ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का दौरा है तो दूसरी ओर राजस्थान में यूथ कांग्रेस की ओर से गैस सिलेंडरों की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के चलते कलेक्ट्रेट सर्किल पर बैठकर चूल्हे पर चाय बनाई. साथ ही सड़क पर ही रोटियां बनाकर केंद्र सरकार का विरोध जताया.
गैस सिलेंडर की बढ़ी कीमतें रसोई गैस की दरों में लगातार हो रही वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस पार्टी का अग्रिम संगठन यूथ कांग्रेस सड़क पर उतरा और प्रदेश भर में सभी जिला मुख्यालयों पर यूथ कांग्रेस की ओर से यह प्रदर्शन हुआ. जयपुर में जिला कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचने से पहले यूथ कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च किया और जमकर नारेबाजी की. युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के बाद प्रतीकात्मक रूप से खाली गैस सिलेंडर को सिर पर रखा और चूल्हे जलाकर कलेक्टर सर्किल पर ही बैठकर चाय और रोटियां बनाकर अपना विरोध दर्ज किया.
युवा कांग्रेस के इस प्रदर्शन में प्रदेश उपाध्यक्ष संगीता सिहाग, सतवीर अलोरिया, राकेश मीणा, सचिव पूजा भार्गव और जयपुर जिला अध्यक्ष सुनील सिंघानिया समेत यूथ कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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यूथ कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि भले ही केंद्र सरकार की ओर से उज्जवला योजना चलाई जा रही हो, लेकिन जब लोगों को महंगाई के चलते जब सिलेंडर खरीदने में ही तकलीफ हो रही है तो फिर ऐसी योजनाओं का क्या फायदा. राजस्थान दौरे पर आए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी गैस की कीमतों को कम करने के लिए कहा है.
बता दें कि पिछले 25 दिनों में ही गैस सिलेंडर के भाव 125 रुपए बढ़ गए हैं. जहां 1 दिसंबर को घरेलू गैस सिलेंडर 648 का और कमर्शियल गैस सिलेंडर 1,307 रुपए का था. वह 1 मार्च को घरेलू सिलेंडर 823 का और कमर्शियल गैस सिलेंडर 1,625 रुपए का हो गया है. 1 दिसंबर से 1 मार्च तक 8 बार गैस सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में आम आदमी और खासतौर पर रसोई का जिम्मा संभालने वाली महिलाएं गैस कीमतों में बढ़ोतरी के चलते परेशान हैं.
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गैस कंपनियों के मनमानी का आलम यह है कि बीते 25 दिन में चौथी बार घरेलू सिलेंडर के दाम बढ़ाए गए और 1 दिसंबर को जो घरेलू सिलेंडर 648 रुपए का था, वह अब 1 मार्च को 833 रुपए हो चुका है. ऐसे में 1 दिसंबर को कमर्शियल सिलेंडर 1,307 रुपए का था, वह अब 1625 रुपए का हो चुका है. स्थितियां ऐसी हैं कि पहले तो कोरोना के चलते आर्थिक रूप से बड़ा नुकसान हुआ और फिर भी गैस सिलेंडर की सब्सिडी भी बंद कर दी गई.
इस तरह बड़ी गैस की कीमतें अप्रैल 2020 के बाद घरेलू सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी अघोषित तौर पर बंद होने के बाद अब लोगों को गैस सिलेंडर के करीब 58 प्रतिशत ज्यादा दाम चुकाने पड़ रहे हैं. अप्रैल 2020 में 792 रुपए कीमत का घरेलू सिलेंडर सब्सिडी के बाद 520 रुपए में मिल रहा था, जिसके दाम 823 रुपए हो चुके हैं. वहीं व्यवसायिक सिलेंडर के दाम भी 1,296 रुपए से बढ़कर 1,625 तक पहुंच गए हैं.