जयपुर. राजधानी के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वर्ल्ड हिप्पोपोटामस डे हर्षोल्लास के साथ सेलिब्रेट किया गया. वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने केक काटकर हिप्पोपोटामस डे सेलिब्रेट किया. हिप्पोपोटामस डे के अवसर पर लोगों को वन्यजीव संरक्षण का संदेश दिया गया. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क आने वाले पर्यटकों को भी वन्यजीवों के प्रति लगाव और संरक्षण का संदेश दिया.
हिप्पोपोटामस डे के अवसर पर वन विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों ने एक दूसरे को केक खिलाकर खुशी मनाई और सभी को हिप्पोपोटामस डे की शुभकामनाएं दी. नाहरगढ़ पार्क में वाले पर्यटकों को भी वन्यजीवों के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया गया. पूरे प्रदेश में एकमात्र नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में ही हिप्पोपोटामस मौजूद है.
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वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉक्टर अरविंद माथुर ने बताया कि राजस्थान में पहली बार नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बेबी हिप्पो का जन्म हुआ (Rajasthan first hippo in Nahargarh Biological Park) था. बेबी हिप्पो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इस वर्ष भी नए बेबी हिप्पो का जन्म होने की उम्मीद है. हिप्पोपोटामस डे मनाने के पीछे कारण है कि जिस तरह से हिप्पोपोटामस का शरीर बड़ा होता है, उसी तरह विजन भी बड़ा हो. हिप्पोपोटामस जोड़े के साथ बेबी हिप्पो की अठखेलियां पर्यटको को काफी लुभाती है.
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पूर्व वन विभाग के अधिकारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि अलग-अलग वन्यजीवों के अलग-अलग दिवस मनाया जाते हैं. लॉयन डे, टाइगर डे, चिंकारा डे समेत अन्य दिवस मनाए जाते हैं. वन्यजीवों के डे सेलिब्रेट करने से वन्यजीवो के प्रति लोगों का आकर्षण भी बढ़ता है. जिस तरह से लोग अपना जन्मदिन और शादी की सालगिरह मनाते हैं, उसी तरह वन्यजीवो कों भी याद करना चाहिए. ताकि वन्यजीवों के प्रति लोगों का लगाव बढ़े.