जयपुर. शहर में लॉकडाउन के दौरान अभी भी लोगों तक राशन और खाद्य सामग्री नहीं पहुंच पा रही है. इसके चलते लोग परेशान होकर कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों से भी जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में राशन लेने के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे ही कुछ लोग कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों से सोमवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे इन्होंने राशन देने की मांग की.
राशन लेने के लिए महिलाओं सहित 20 लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे थे और ये सभी लोग अपना नाम राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में जोड़ने की मांग कर रहे थे. राशन के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे लोगों ने जिला प्रशासन के उस दावे की भी पोल खोल दी जिसमें उन्होंने कहा था कि कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों में खाद्य सामग्री लगातार पहुंचाई जा रही है.
कोरोना संक्रमण के मरीज मिलने के बाद जयपुर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है. इनमें नाहरी का नाका और पुरानी बस्ती इलाका भी शामिल है. इन्ही इलाकों से 20 लोग जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. ये लोग राशन देने की मांग कर रहे थे. इनका कहना था कि राशन की दुकानों से इन्हें राशन नहीं मिल पा रहा. ये 2 से 3 घंटे तक राशन की दुकान पर बैठकर भी आते हैं, लेकिन खाद्य सुरक्षा योजना में इनका नाम नहीं होने से इन्हें गेहूं नहीं मिल पा रहा.
उन्होंने बताया कि 15 से 20 दिन हो गए सभी लोग खाने के लिए परेशान हो रहे हैं. इन लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी कोसा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन पिछले 15 दिन से हम लोगों के पास ना तो खाना पहुंचा और ना ही कोई राशन सामग्री पहुंची है. हमारे बच्चों को भी खाने-पीने की परेशानी हो रही है.
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उन्होंने कहा कि स्थानीय नेता, पार्षदों को भी कई बार कह चुके हैं, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो पा रही. एक महिला ने रोते हुए कहा कि वो पति के साथ किराए पर रहती है. 2 महीने पहले पति को लकवा आ गया था और अब खाने पीने की परेशानी होने लगी है. पहले तो एक व्यक्ति आकर खाना दे जाता था, लेकिन पिछले 15 दिन से वो भी खाना लेकर नहीं आ रहा है.