जयपुर. राजस्थान बोर्ड के चेयरमैन खानू खान बुधवाली के सी स्कीम स्थित मस्जिद रेजिडेंसी की बेशकीमती जमीन पर चल रहे मदरसे को बंद कर बालिका छात्रावास खोलने के ऐलान के बाद से स्थानीय लोगों में नाराजगी है. मदरसा बंद करने के विरोध में शुक्रवार को मदरसे में पढ़ने वाली महिलाओं और बालिकाओं ने जुमे की नमाज के बाद मौन प्रदर्शन किया.
बालिकाओं ने किया मौन प्रदर्शन राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खान बुधवाली ने अपने 1 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में अपनी उपलब्धियां गिनाई थी. इन उपलब्धियों के तहत सी स्कीम स्थित मस्जिद रेजिडेंसी की बेशकीमती जमीन पर मदरसे में बालिका छात्रावास खोलने का ऐलान भी कर दिया था. करीब 328 गज की जमीन पर चल रहे मदरसे का नाम मदरसा इस्लामिया तालीमुल कुरान है. यहां हर आयु वर्ग के लोगो को कुरआन की तालीम दी जाती हैं.
स्थानीय लोग भी आक्रोश में है. शुक्रवार को यहां तालीम हासिल कर रही महिलाओं ने बैनर और पोस्टर के साथ विरोध किया और यहां छात्रावास नही खोलने की मांग की. स्थानीय लोगों ने कहा कि वक्फ बोर्ड के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत हो चुकी है और वक्फ बोर्ड वक्फ की संपत्तियों से अतिक्रमण हटाने के बजाय मदरसों को बंद करने पर तुला है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस मामले में मुख्यमंत्री से भी शिकायत की गई है आने वाले दिनों में वक्फ भवन और विधानसभा का घेराव किया जाएगा.
पढे़ंःबागियों पर BJP का अनुशासनात्मक डंडा...अजमेर की नवनिर्वाचित जिला प्रमुख और उनके पति को 6 साल के लिए किया निष्कासित
मदरसे की जमीन पर छात्रावास खोलने के ऐलान के बाद मस्जिद और मदरसे की इंतजामिया कमेटी ने वक्फ बोर्ड पहुंचकर एतराज भी दर्ज कराया. इंतजामिया कमेटी मस्जिद राईयान रेजिडेंसी के अध्यक्ष मोहम्मद सलीम के अनुसार वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एतराज जताने के बाद नाराज हो गए और पूरे डेलीगेशन को बेइज्जत कर बाहर निकाल दिया. इस मामले में इंतजामिया कमेटी ने आशंका जताई है कि मस्जिद की बेशकीमती जमीन पर वक्फ बोर्ड के सीईओ और वक्फ बोर्ड की बुरी नजर है. जब 1946 में सर मिर्जा इस्माइल ने इस जमीन का आवंटन किया था. तब से कई बार इस जमीन को भूमाफिया अपना निशाना बनाने की कोशिश कर रहे है.