जयपुर. रीट परीक्षा की अभ्यर्थी मनीषा जाट सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ ईडी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठी है. मनीषा के पति उस कंटेनर का ड्राइवर था, जिसमें कोलकाता से रीट परीक्षा के पेपर लाए जा रहे थे. केंटेनर दुर्घटना में पलट गया था. इसमें मनीषा के पति की मौत हो गई थी. मनीषा की मांग है कि उसे न्याय दिया (Woman seek justice in husband death) जाए.
मनीषा ने बताया कि उसके पति ने मजदूरी कर पढ़ाया. उसका पति रामनिवास जाट कोलकाता से रीट परीक्षा के पेपर कंटेनर में लेकर आ रहा था. कंटेनर लाते समय एक दुर्घटना में पति की मौत हो गई. पति की मौत के 2 दिन बाद मनीषा ने रीट की परीक्षा दी और 64 नंबर आए. उसका बेटा सातवीं में पढ़ रहा है. मनीषा ने आरोप लगाया है कि मनोहरपुर-दौसा नेशनल हाईवे पर उसके पति की कंटेनर पलटने का कारण मौत हो गई. पुलिस ने सड़क पर आवारा मवेशी आना दुर्घटना की वजह बताया.
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हालांकि मनीषा का दावा है कि उसके पति की षडयंत्रपूर्वक और सुनियोजित हत्या की गई. रीट पेपर लीक वाले माफियाओं ने पेपर पाने के तमाम प्रयास विफल होने के बाद पति की षडयंत्रपूर्वक हत्या कर कंटेनर में रखे पेपरों को हासिल कर करोड़ो रुपए में बेच दिए. मनीषा ने सवाल किया है कि कंटेनर पलटने से पहले आगे-पीछे पुलिस एस्कॉर्ट क्यों नहीं थी और रात भर पुलिस के पहरे में रहे रीट परीक्षा के पेपर को दूसरे कंटेनर में लादने के बाद एस्कॉर्ट मुहैया क्यों कराई गई?
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महिला के साथ धरने पर बैठे सांसद डॉक्टर किरोडी लाल मीणा ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री इस विधवा से मिलकर इसकी मांगों को पूरा नहीं करते हैं, तब भी धरने से नहीं हटेंगे. मीणा ने कहा कि रीट मामले में सीबीआई जांच को लेकर वे पहले ही मांग उठा चुके हैं और इसे पूरा करवा कर ही दम लेंगे. चालक रामनिवास जाट की मृत्यु के मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के साथ-साथ मृतक की विधवा पत्नी को सरकारी नौकरी और परिजनों को कम से कम 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए.