जयपुर.रीट परीक्षा अनियमितता मामले (REET Paper Leak Case) में सीबीआई (CBI) की जांच की मांग पर भाजपा ने सड़क पर उतरकर विधानसभा का घेराव (Protest By BJP In Rajasthan Assembly) किया. लेकिन उसमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शामिल नहीं हुई. वसुंधरा राजे आज दिल्ली में है. भाजपा के इस विरोध प्रदर्शन से राजे की दूरी की वजह चाहे जो भी हो लेकिन गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (Khachariyawas targets Rajasthan BJP leaders) ने राजे के पुत्र और सांसद दुष्यंत सिंह के दफ्तर में हुए पथराव को इसकी वजह बता रहे हैं.
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि पूर्व में वसुंधरा राजे के पुत्र और भाजपा सांसद दुष्यंत सिंह के निवास पर भाजपा और आरएसएस के लोगों ने पथराव किया था. राजे इस बात से नाराज है. खाचरियावास ने यह भी कहा कि बीजेपी एग्जिट कहां है (Khachariyawas targets Rajasthan BJP leaders). इन्हीं के पार्टी के सांसद किरोड़ी लाल मीणा अकेले अपने दम पर आंदोलन कर रहे हैं. मीणा के आंदोलन में बीजेपी के नेता नजर नहीं आते.
खाचरियावास ने बीजेपी पर साधा निशाना दरअसल बीजेपी रीट परीक्षा मामले में लगातार सदन के भीतर और बाहर सरकार को घेर रही है. आज सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जवाब आना है. सदन के भीतर आज का दिन काफी अहम है. दूसरी तरफ सदन के बाहर आज हजारों की संख्या में भाजपा के नेता और कार्यकर्ता जयपुर में विधानसभा का घेराव कर रहे हैं, लेकिन पार्टी की बड़ी नेता और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इन दोनों ही जगह नहीं रहेगी.
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वसुंधरा के प्रदर्शन में शामिल नहीं होने को लेकर पार्टी के भीतर कार्यकर्ताओं में ही नहीं बल्कि कांग्रेस में भी इसकी चर्चा है. कांग्रेसी नेता अपने बयानों के जरिए भाजपा नेताओं के बीच चल रही आंतरिक कलह बताने में जुटे है.
खाचरियावास ने बीजेपी पर सियासी हमला (Khachariyawas targets Rajasthan BJP leaders) बोलते हुए कहा कि भाजपा के नेता उस्ताद है और उनमें राजेंद्र राठौड़ सबसे बड़े उस्ताद हैं. हमारे नेता तो बहुत सीधे हैं, उनके झांसे में आ जाते है. प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी धोखेबाज पार्टी है. भाजपा ने निलंबित विधायकों को सदन में लेने को कहा और उन विधायकों को सदन में ले भी लिया गया. सदन में आने के बाद उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी.
मोदी सरकार ने पेट्रोल डीजल में ऐसी आग लगाई कि सारे रिकॉर्ड टूट गए. मनमोहन सिंह की सरकार में पेट्रोल डीजल के दाम कम थे. मोदी सरकार में गैस सिलेंडर का दाम भी हजार रुपए पहुंच गया है. मोदी ने कहा था कि नोटबंदी के बाद मुझे 50 दिन दे दो मैं देख बदल दूंगा. देश तो नहीं बदला जनता जरूर बदल गई. बेरोजगारी से लोग आत्महत्या कर रहे हैं, देश की हालत बड़ी खराब है. इनके 25 सांसद एक रुपए की भी मदद प्रदेश को नहीं दिलवा पाए. भारतीय जनता पार्टी इन 3 सालों में एक भी बड़ा आंदोलन नहीं कर पाई और हमने पांच बड़ी रैलियां कर दी, जिसमें लाखों लोग जुटे.
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रीट को लेकर होने वाले भाजपा के प्रदर्शन पर भी खाचरियावास (Khachariyawas targets Rajasthan BJP leaders) ने निशाना साधा. खाचरियावास ने कहा कि हमारे नेता सीधे हैं और भाजपा के नेता मीठी मीठी बातें करते हैं. अध्यक्ष के सामने तो वे मीठी-मीठी बातें करते हैं और सदन में जाकर गाली गलोच करते हैं. भाजपा नेता मतलब निकलने के बाद किसी को नहीं पूछते.
भाजपा नेता कांग्रेस के लोगों से मतलब निकाल लेते हैं. खाचरियावास (Khachariyawas targets Rajasthan BJP leaders) ने कहा कि भाजपा के दो-तीन नेता उस्ताद है और राठौड़ सबसे बड़े उस्ताद हैं. सीधा मुंह बनाकर अपनी बातों से यह पागल बनाने की कोशिश करते हैं. सदन में आते ही राठौड़, कटारिया और सतीश पूनिया सदन में हंगामा करते हैं. बीजेपी के नेता कितने भी नाटक कर ले उनका चेहरा और चरित्र बदलने वाला नहीं है.
रीट मामले को लेकर प्रताप सिंह खाचरियावास (Khachariyawas targets Rajasthan BJP leaders) ने कहा कि हम लोग इस मामले की जांच कर रहे हैं. और अपराधियों को भी पकड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा को पाप लगेगा इन लोगों ने नाथी के बाड़े को बदनाम किया है. नाथी का बाड़ा ब्राह्मण महिला का था. भाजपा के नेताओं ने उस ब्राह्मण माता का अपमान किया है. नाथी के बाड़े में जाने से जरूरतमंद को पैसा रोटी अनाज मिलता था. खाचरियावास ने कहा कि गोविंद सिंह डोटासरा खुद ही इस मामले की जांच कराने वालों में शामिल है. मुख्यमंत्री खुद कह चुके हैं कि इस मामले की पूरी जांच होगी किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा. बीजेपी वाले एसओजी की जांच को रोकना चाहते हैं.
वसुंधरा राजे के यह समर्थक नेता भी नहीं हुए शामिलःविरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम जयपुर में हुआ. लेकिन इसमें जयपुर शहर से आने वाले कई प्रमुख नेता जिनमें विधायक अशोक लाहोटी, कालीचरण सराफ, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, जयपुर शहर सांसद रामचरण बौहरा, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल सिंह शेखावत,पूर्व संसदीय सचिव कैलाश वर्मा और पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक शामिल नहीं हुए. वहीं भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी भी इस विरोध प्रदर्शन में नदारद रहे. जबकि उनका निवास जयपुर के सिविल लाइंस में ही है. लाहोटी,बोहरा और परनामी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के पीछे अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला दे रहे हैं. हालांकि इनमें से अधिकतर नेता शनिवार को ही वसुंधरा राजे के साथ बांदीकुई में संघ प्रचारक शिव लहरी के निवास पर एक बैठक के लिए गए थे.