जयपुर. राजस्थान में जारी सियासी संकट लगातार गहराता जा रहा है. प्रदेश की राजनीति हर वक्त नया मोड़ ले रही है. प्रदेश कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच उपजी वर्चस्व की लड़ाई, अब पार्टी की लड़ाई बन चुकी है. एक ओर पूर्व उप मुख्यमंत्री और पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट शांत होकर सब कुछ देख रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के व्यवहार में लगातार परिवर्तन देखने को मिल रहा है. कभी वह आक्रामक हो जाते हैं तो कभी बागी विधायकों के प्रति नरम रूख अपनाते हैं.
इस संघर्ष के बीच गहलोत द्वारा भाजपा को लगातार निशाने पर लिया जा रहा है. उनका कहना है कि ये सब भाजपा के इशारे पर हो रहा है. वहीं बसपा को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायकों के भविष्य का फैसला भी जल्द ही होने वाला है. पहले कांग्रेस ने अपने विधायकों की बाड़ेबंदी की और अब भाजपा भी उसी के नक्शे कदम पर चल रही है. भाजपा के कई विधायक इस समय गुजरात में हैं.
CM गहलोत का बयान, कहा- 11और 14 अगस्त को अंतिम विजय सरकार की होगी
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को जयपुर से जैसलमेर पहुंचे. इस दौरान सीएम गहलोत ने BJP विधायकों की बाड़ेबंदी को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अब भाजपा की पोल खुल गई है. साथ ही उन्होंने फोन टैंपिग को लेकर कहा कि यह सब षड्यंत्र का हिस्सा है.
गहलोत का सभी विधायकों के नाम खुला पत्र
प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच सूबे के मुखिया अशोक गहलोत ने रविवार को प्रदेश के सभी विधायकों को खुला पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने विधायकों से जनता की आवाज सुनने और लोकतंत्र को बचाने का आग्रह किया.