जयपुर. महानगर मजिस्ट्रेट क्रम-18 ने मोती डूंगरी थाना पुलिस से एक विवाहिता की मौत के मामले में अब तक हुई जांच का रिपोर्ट पेश करने को कहा है. अदालत ने रिपोर्ट पेश कर बताने को कहा है कि इलाज के दौरान लापरवाही बरतने के चलते विवाहिता की मौत के मामले में आरोपी चिकित्सकों विजय पाठक, अनामिका गुप्ता, अनिल शर्मा और डॉ. प्रमोद गुप्ता के खिलाफ दर्ज मामले में अब तक क्या जांच की गई. अदालत ने यह आदेश परिवादी कमलेश कुमार के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए दिए.
प्रार्थना पत्र में कहा गया कि उसकी पत्नी ज्योति के हार्ट की नस में अल्सर होने के कारण उसे गत 12 जून को एसएमएस अस्पताल में डॉ. विजय पाठक की यूनिट में भर्ती कराया. जहां ऑपरेशन कर मरीज को डीवाइस लगाना था. मरीज का बीपी अधिक होने की जानकारी होने के बावजूद डॉ. अनामिका गुप्ता ने कम बीपी बताकर एनेस्थिया चिकित्सक पर दबाव डालकर क्लीयरेंस ले लिया. वहीं, अगले दिन आरोपी चिकित्सकों ने मरीज का ऑपरेशन किया. इस दौरान डिवाइस डालने के दौरान लापरवाही बरतने से तार से मरीज की नस कट गई और खून बहकर पेट में जमा हो गया.