जयपुर. राजधानी में आज से फिर शहनाइयों की गूंज सुनाई देगी. हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते राज्य सरकार ने शहरी क्षेत्रों में 100 से ज्यादा मेहमानों की संख्या पर पाबंदी लगा रखी है. साथ ही शादी समारोह में बारातियों से लेकर घरातियों तक सभी को कोरोना गाइडलाइन की पालना भी करनी पड़ेगी. शादी समारोह के बदले इस प्रारूप के बीच शादी के निमंत्रण कार्ड में भी बदलाव आया (wedding invitation card changed in Corona) है. जहां पहले शादी में जरूर आना के मैसेज लिखे होते थे, वहां अब 2 गज दूरी मास्क है जरूरी जैसे संदेश लिखे जा रहे हैं (Wear Mask Appeal on Card).
समय बदला, हालात बदले, शादी समारोह का तरीका बदला और न्योता देने वाले कार्डों में भी बदलाव आ गया (Corona Effect on Wedding Rajasthan). बीते 2 साल में कोरोना की पहली, दूसरी और अब तीसरी लहर आ गई. ऐसे में शादी समारोह में निमंत्रण के तरीकों में भी बदलाव आ गया है. राज्य सरकार ने कुछ दिन पहले शादी समारोह में 50 लोगों के शामिल होने की छूट दी थी. जिसे बढ़ाकर अब 100 कर दिया गया है. नई गाइडलाइन आने के बाद अचानक न्योता देने जैसी स्थितियां भी सामने आ रही हैं. जिन मेहमानों के नाम पहले मेजबानों को हटाने पड़े अब उन्हें मोबाइल संदेश और सोशल मीडिया से आमंत्रण भेजे जा रहे (Digital wedding Invitation) हैं.
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निमंत्रण कार्ड अब 21 या 51 तक सीमित
हालांकि पहले पीले चावल कर शादी समारोह के लिए निमंत्रण देने की परंपरा थी. बाद में इसमें बदलाव आया, और पीले चावलों की जगह शादी के कार्ड ने ले ली. लेकिन कोरोना और बदलाव ला दिया है. जहां पहले 300, 500, 1000 निमंत्रण कार्ड तक छाए जाते थे. वो संख्या अब महज औपचारिकता में बदल गई है. अब लोग 21 और 51 कार्ड छपवा कर बाकी न्योता डिजिटल प्लेटफार्म से पहुंचा देते हैं. यही नहीं जो कार्ड छपवाए जा रहे हैं. उन पर भी दो गज दूरी मास्क है जरूरी जैसे मैसेज लिखे जा रहे हैं. इस मैसेज के जरिए कोरोना गाइडलाइन की पालना तो की जा रही है, लेकिन इस दौर में कार्ड व्यापारियों का व्यवसाय लगभग ठप सा पड़ गया है.