जयपुर. प्रदेश में मानसून पूर्ण रूप से सक्रिय है. बीते 24 घंटे में एक दर्जन से ज्यादा जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई है जिससे आमजन को उमस और गर्मी से राहत भी मिली है. सर्वाधिक बारिश धौलपुर में 42.5 मिलीमीटर दर्ज की गई है.
मौसम विभाग ने सीकर, अलवर, दौसा, जयपुर, टोंक, बूंदी, सवाईमाधोपुर और करौली जिलों में एक दो स्थानों पर भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है. वहीं मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर संभाग में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है. पूर्वी राजस्थान के अधिकांश जिलों में बादल छाए रहेंगे.
मौसम विभाग की निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्र में बन रहे कम दबाव का क्षेत्र के चलते आगामी 24 घंटे में पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में बारिश दर्ज की जा सकती है. आगामी 3 से 4 दिनों तक मानसून धीरे-धीरे पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार से होते हुए पश्चिमी दिशा की ओर बढ़ने की संभावना है जिससे राजस्थान में मानसून गतिविधियां बढ़ेंगी.
अनुमान है कि 30 और 31 जुलाई को भीलवाड़ा, अजमेर, टोंक, झालावाड़, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, उदयपुर जिलों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है. हालांकि पश्चिम राजस्थान में मानसून तंत्र का असर कम रहेगा.
जयपुर में बारिश का दौर : जयपुर में रुक-रुक कर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश का दौर जारी है. गुरुवार सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए हुए हैं और कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश के बाद ठंडी हवाएं चल रही हैं. इससे शहर के तापमान में भी गिरावट देखी जा रही है. हालांकि मानसून तंत्र सक्रिय होने के कारण प्रदेश के अधिकांश शहरों का तापमान 30 डिग्री के आस-पास बना हुआ है. लेकिन पिलानी और श्रीगंगानगर जिले में तापमान 35 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया है.
प्रदेश में औसत से 18% तक कम हुई बारिश
18 जून को मानसून की राजस्थान में दस्तक हुई थी लेकिन इसे सक्रिय होने में करीब 25 दिन लग गए. 11 जुलाई से जब दोबारा से मानसून सक्रिय हुआ तो करीब एक सप्ताह तक ही इसका असर देखा गया. मौसम विभाग के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 25 जुलाई तक प्रदेश में औसत से 38% तक कम बारिश दर्ज की गई है. लेकिन बीते 4 दिनों में प्रदेश में हुई बारिश के अनुपात से अब 18% तक ही कम बारिश रह गई है.