जयपुर. एक तरफ जहां प्रदेश की राजधनी कोरोना वायरस के संकट से जूझ रही है, वहीं, दूसरी तरफ अब जिले के कई इलाकों में पेजयल की किल्लत होने लगी है. जिले के झोटवाड़ा इलाके के तारानगर में स्थित कृष्णा पथ पर पिछले 7 दिन से पानी नहीं आ रहा है. जिसकी वजह से 50 घरों में रहने वाली करीब 500 लोगों को लॉकडाउन में परेशानी झेलनी पड़ रही है. ये लोग कलेक्टर सहित पीएचईडी के अधिकारियों तक अपनी शिकायत पहुंचा चुके हैं. लेकिन उसके बावजूद भी अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है.
सात दिन से पानी के लिए तरस रहे हैं तारानगर के लोग तारानगर में पानी सप्लाई करने के लिए 2 सरकारी बोरिंग हैं और दोनों ही बोरिंग में 24 घंटे पानी सप्लाई होता है. लेकिन ये पानी कृष्णा पथ पर रहने वाले घरों तक नहीं पहुंच पा रहा है. कई बार शिकायत करने के बावजूद भी विभाग ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. लोगों का कहना है कि, इस लॉकडाउन में जहां लोगों को ज्यादा पानी की आवश्यकता है, वहां हमारे घरों में पिछले सात दिन से एक बूंद भी पानी नहीं पहुंच पा रहा है.
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कॉलोनी में रहने वाले आईदान सिंह ने कहा कि, ये समस्या काफी दिनों से है, लेकिन अब समस्या ज्यादा बढ़ गई है. पिछले 1 सप्ताह से घरों में एक बूंद भी पानी नहीं आ रहा है. जिसकी वजह से उन्हें टैंकरों से पानी मंगवा कर काम चलाना पड़ रहा है और एक टैंकर 300 से 400 रुपए का आ रहा है.
आईदान सिंह ने कहा कि, एक सप्ताह पहले कॉलोनी में कोई पाइपलाइन में फाल्ट आ गया था. उसके बाद से पानी आना बंद हो गया है. पानी नहीं आने से कारण वो कई दिनों से नहा भी नहीं पा रहे हैं. इसके लिए उन्होंने एक्सईएन से लेकर एईएन और जेईएन तक को समस्या से अवगत करा दिया है. लेकिन, अभी तक उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया है. डॉ. सुमित्रा गुप्ता ने बताया कि, पानी नहीं आने के कारण उन्हें खाना बनाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही कॉलोनी वासियों को चौकीदारी भी करनी पड़ रही है. कॉलोनी वासी पानी आने की आस में रात-रात भर जागते रहते हैं.
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कॉलोनी में चल रहा है अवैध बोरिंग, नहीं हो रही कार्रवाई...
कॉलोनी में रहने वाले गजराज सिंह राजावत ने बताया कि, कॉलोनी में दो सरकारी बोरिंग हैं, जिन से पानी सप्लाई किया जाता है. उनके पास ही एक अवैध बोरिंग बनाया हुआ है. जहां से टैंकरों से दूसरी जगह पानी सप्लाई किया जा रहा है. नियमानुसार दो बोरिंग एक स्थान पर नहीं होना चाहिए. इसके बावजूद भी अवैध बोरिंग धड़ल्ले से चल रहा है. अवैध बोरिंग से जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है. कई बार विभाग में इसके बारे में शिकायत भी की जा चुकी है. लेकिन उन्होंने इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.