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Published : Sep 8, 2019, 7:59 PM IST

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हरियाणा का यह गांव राजस्थान में होना चाहता है शामिल, लोगों ने सौंपा मांग पत्र

हरियाणा के गांव बुड़ाक के लोग राजस्थान में शामिल होना चाहते हैं. जिसके लिए गांव के लोग पिछले 14 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके लिए गांव वालों ने मांगपत्र विधायक को सौंपा है.

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हिसार(जयपुर): पीने के पानी और नहरी पानी की समस्या से परेशान हिसार जिले के बुड़ाक गांव के लोग राजस्थान में शामिल होना चाहते हैं. अपनी मांग को लेकर ग्रामीण 14 दिनों से धरने पर बैठे हैं. 14 वें दिन धरने की अध्यक्षता बलबीर पायल और महेंद्र शर्मा ने संयुक्त रूप से की. धरने पर राजस्थान के भादरा से विधायक बलवान पुनिया, हरियाणा रोडवेज यूनियन के प्रधान दलबीर किरमारा, बलराज बिजला, रिटायर्ड पंचायत अधिकारी दिलबाग हुड्डा एफसीआई के पूर्व सदस्य भुपेंद्र कासनिया पहुंचे.

बुड़ाक के लोग शामिल होना चाहते हैं राजस्थान में

धरने को सबोधित करते हुए भादरा के विधायक कामरेड बलवान पुनिया ने कहा कि हमेशा उनका आपस में दुख सुख का नाता रहा है. इसलिए वह अपने लोगों के बीच पहुंचे हैं. ग्रामीणों ने उन्हें बुडाक को राजस्थान में शामिल करने का मांग पत्र दिया. तो उन्होंने कहा बड़े दुख की बात है कि जिस हरियाणा को हरियाली के लिए जाना जाता है और जहां राजस्थान के गांव हरियाणा में आना चाहते थे. लेकिन अब उसी हरियाणा का गांव बुड़ाक राजस्थान में शामिल होना चाहता है.

उन्होंने गांव वालों को संबोधित करते हुए कहा कि आपका मांगपत्र राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को देकर आपको राजस्थान की भादरा तहसील मे शामिल करने की पुरजोर कोशिश करूंगा.

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वहीं रोडवेज प्रधान दलबीर किरमारा ने कहा हरियाणा सरकार के लिए शर्म की बात है जो अपने आप को किसान हितैषी बता कर हरियाणा एक, हरियाणवी एक नारा देकर जन आशीर्वाद लेते घूम रही है. उस राज्य का गांव राजस्थान में जाने की मांग कर रहा है.

गौरतलब है कि बुड़ाक गांव के लोग पिछले 14 दिनों से पीने के पानी और नहरी पानी की समस्या को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे पहले भी कई बार इसी समस्या को लेकर बुड़ाक निवासी धरना प्रदर्शन कर चुके हैं और इस बार उन्होंने अपने गांव को राजस्थान में विलय करने की मांग की है. हालांकि कानूनी जानकारों के अनुसार यह संभव नहीं है की किसी पंचायत या ग्रामीणों की तरफ से इस तरह की मांग किए जाने पर उनकी मांग को स्वीकार करते हुए उन्हें दूसरे राज्य में विलय कर दिया जाए.

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