जयपुर.वर्ष 2022 की शुरुआत के साथ ही राजधानी जयपुर में वाहन चोरी की वारदातों में काफी इजाफा देखने को मिला है. राजधानी जयपुर में पिछले 35 दिनों में 1000 से अधिक वाहन चोरी हुए हैं, जिसे देखते हुए अब वाहन चोरों पर नकेल कसने के लिए जयपुर की कमिश्नरेट स्पेशल टीम नई रणनीति बनाने में जुट गई है.
राजधानी जयपुर में प्रतिदिन औसतन 30 से अधिक वाहन चोरी हो रहे हैं, जिसमें 25 दोपहिया तो वहीं 5 से अधिक चोपहिया वाहन शामिल हैं. ताज्जुब की बात यह है की राजधानी जयपुर से जितने भी वाहन चोरी हो रहे हैं. वे तमाम वाहन दौसा, करौली और सवाई माधोपुर जिले में ले जाकर डंप किए जा रहे हैं या फिर उन्हें आगे सस्ती कीमत पर बेचा जा रहा है.
हर बार नई गैंग दे रही वारदात को अंजाम :एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि राजधानी में वाहन चोरी की जो वारदातें बढ़ रही हैं उसके पीछे किसी एक गैंग का हाथ नहीं है. बीते दिनों वाहन चोरों की कुछ गैंग पुलिस ने दबोची थी, जिसमें पुराने बदमाश शामिल ना होकर नए बदमाश मौजूद मिले. यानी कि कोई भी बदमाश नई गैंग बनाकर राजधानी जयपुर में आ रहा है और वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देकर बड़ी आसानी से वाहन लेकर फरार हो जा रहा है. जिसे देखते हुए अब जयपुर पुलिस दौसा, करौली और सवाई माधोपुर जिले की पुलिस के साथ मिलकर एक बड़ा ऑपरेशन चलाने की कार्य योजना बना रही है.