जयपुर.वाहन चोरों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने वाहन चुराने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए कुल 15 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चुराए गए दो दर्जन दोपहिया वाहन बरामद किए हैं. इसके साथ ही एक दर्जन दोपहिया वाहनों के स्पेयर पार्ट्स भी बरामद किए गए हैं. गिरफ्त में आए आरोपियों से वाहन चुराने में प्रयुक्त मास्टर-की और अन्य औजार भी बरामद किए गए हैं. पुलिस द्वारा अलग-अलग थाना इलाकों में स्पेशल टीम बनाकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.
गैंग में शामिल 15 बदमाश गिरफ्तार डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद ने बताया, राजधानी में बढ़ रही वाहन चोरी की वारदातों को देखते हुए कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने लोकल इंटेलिजेंस के आधार पर अनेक सूचनाएं एकत्रित की. इसमें यह बात सामने आई कि राजधानी में वाहन चुराने वाला एक बड़ा गिरोह सक्रिय है, जो राजधानी से वाहन चुराने के बाद चुराए गए वाहनों को करौली, सवाई माधोपुर और दौसा जिले में ले जाकर उनके इंजन नंबर व चेचिस नंबर बदलकर उन्हें सस्ते दामों पर बेच देता है. सूचना पर कमीशन की स्पेशल टीम द्वारा 30 दिन तक लगातार गंगापुर सिटी, बामनवास, नादौती, लालसोट, मंडावरी, सपोटरा, महुआ और बांदीकुई इलाके में रहकर सूचना जुटाई गई. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरोह के सरगना राहुल उर्फ रामू मीणा और सनै कुमार मीणा को गिरफ्तार किया.
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इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरोह में शामिल अब्दुल हकीम, चिरंजी लाल रेगर, सुरेश रेगर, रामकेश माली, रामजीलाल माली, मनोज माली, प्रेम राज माली, शक्ति सिंह मीणा, दिनेश गुर्जर और मेघ सिंह गुर्जर को गिरफ्तार किया. आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने चुराई गई 20 बाइक भी बरामद की है. साथ ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए खो नागोरियां थाना इलाके से सुरेश मीणा, कानोता थाना इलाके से योगेंद्र सिंह मीणा और चाकसू थाना इलाके से सुरेश कुमार रेगर को चुराई गई बाइक के साथ गिरफ्तार किया है.
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आरोपियों से पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि आरोपी जयपुर के सांगानेर, प्रताप नगर, मालवीय नगर, जगतपुरा, खोनागोरियां, कानोता, बस्सी व चाकसू इलाके से दिन और रात के समय वाहनों का लॉक तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं. इसके बाद चुराए गए वाहन गैंग के सरगना राहुल और सनै मीणा को सौंप देते हैं. उसके बाद गिरोह के अन्य सदस्य चुराए गए वाहनों के इंजन व चेचिस नंबर को हटाकर डाई के माध्यम से नए चेचिस नंबर लिख देते हैं. फिर चुराए के वाहनों को सस्ती कीमतों पर लोगों को बेच देते हैं. इसके साथ ही जो वाहन नहीं बिकते उनके पार्ट्स निकालकर उन्हें स्पेयर पार्ट्स के रूप में बेच दिया जाता. ग्रामीण क्षेत्र में हीरो कंपनी की बाइक ज्यादा प्रचलित होने के चलते गिरोह के सदस्य इसी कंपनी की बाइक ज्यादा चुराया करते. फिलहाल, पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों से पूछताछ में जुटी है जिसमें कुछ अन्य खुलासे होने की संभावना है.