जयपुर.बीजेपी के सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा होना लाजमी भी थी. क्योंकि दो दिन पहले ही राजस्थान कोर कमेटी की बैठक में वसुंधरा राजे के शामिल नहीं होने पर भी कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म था और अब राजधानी में ही बीजेपी के कार्यक्रम में पार्टी के दो मौजूदा विधायक और पूर्व विधायक शामिल नहीं हुए. इनमें पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल हैं. हालांकि, इनका अपना तर्क है कि वे अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में गणतंत्र दिवस के ही कार्यक्रमों में व्यस्त थे, जिसके चलते न तो बड़ी चौपड़ और न ही प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में हुए झंडारोहण कार्यक्रम में शामिल हो पाए.
जयपुर शहर में बीजेपी की तरफ से हुए दो झंडारोहण कार्यक्रम में शामिल नहीं होने वाले विधायकों में मालवीय नगर से दिग्गज विधायक और पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ और विद्याधर नगर से आने वाले मौजूदा विधायक और पूर्व मंत्री नरपत सिंह राजवी के नाम प्रमुख हैं. हालांकि, नरपत सिंह राजवी के पुत्र अभिमन्यु राजवी जरूर इन कार्यक्रमों में शामिल हुए.
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इसी तरह पूर्व विधायक और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और अशोक परनामी भी इन दोनों की कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए. वहीं झोटवाड़ा से पूर्व विधायक और पिछली सरकार में उद्योग मंत्री रहे राजपाल सिंह शेखावत और बगरू से पूर्व विधायक और पिछली वसुंधरा सरकार में संसदीय सचिव रहे कैलाश वर्मा ने भी इन दोनों ही कार्यक्रमों से दूरी बनाकर रखी.
पार्टी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर ये दिया तर्क