जयपुर. प्रदेश सरकार की ओर से गरीब असहाय लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए इंदिरा रसोई योजना शुरू करने की घोषणा पर सियासत शुरू हो गई है. भाजपा का आरोप है कि पिछली वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में अन्नपूर्णा रसोई योजना का नाम बदलकर गहलोत सरकार ने इंदिरा रसोई योजना कर दिया.
यही कारण है कि भाजपा नेता लगातार इस मामले में प्रदेश सरकार पर निशाना साध रहे हैं. पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा के मौजूदा विधायक वासुदेव देवनानी ने भी Twitter के जरिए प्रदेश सरकार पर हल्ला बोला है. देवनानी ने अपने Tweet में लिखा कि अन्नपूर्णा का शाब्दिक अर्थ है धान्य (अन्न) की अधिष्ठात्री. उन्होंने लिखा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार की संकीर्ण सोच के चलते मां अन्नपूर्णा योजना का नाम इंदिरा पर करना निंदनीय है.
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देवनानी ने कहा कि कांग्रेस सरकार की विगत डेढ़ वर्ष की उपलब्धि है. योजनाओं का नाम बदलना और एक ही परिवार का महिमामंडन करना. देवनानी ने अपने Tweet में लिखा कि कांग्रेस सरकार ने पंडित दीनदयाल के नाम से होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा, गुरु गोलवलकर अवार्ड, पद्मश्री पुरस्कार सभी का नाम एक ही परिवार के महिमामंडन के लिए करना और देश के अन्य सभी महापुरुषों वीर, वीरांगनाओं को एक परिवार से कमतर दिखाने का प्रयास करना ही उपलब्धि है.
बता दें कि इससे पहले सरकार की योजना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी कटाक्ष किया था और अब विधायक वासुदेव देवनानी ने भी इस मामले में प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है.