जयपुर. वैक्सीनेशन पुलिसवालों के लिए सुरक्षा कवच साबित हुई है. जो पुलिसकर्मी संक्रमित हो रहे हैं वे होम आइसोलेशन में रहकर जल्द ठीक होकर ड्यूटी पर लौट रहे हैं. वैक्सीनेशन के कारण पुलिस का मनोबल बढ़ा है. पूरे राजस्थान में 81 हजार पुलिसकर्मियों का वैक्सीनेशन हो चुका है.
जो पुलिसकर्मी किसी कारण से वैक्सीनेशन नहीं करा पाए हैं उन्हें आला अधिकारियों ने जल्द टीकाकरण कराने के निर्देश दिए हैं. डीसीपी हेडक्वार्टर डॉ अमृता दुहन ने ईटीवी भारत को बताया कि जयपुर पुलिस के बेड़े में पुलिस लाइन, चारों जिलों, ट्रैफिक पुलिस और ऑफिस के स्टाफ को मिलाकर लगभग 11 हजार पुलिसकर्मी कार्यरत हैं. पुलिस कर्मियों को कोरोना से बचाने के लिए प्राथमिकता से वैक्सीनेशन कराया.
वर्तमान में जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में कार्यरत 65% पुलिस कर्मियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. इसके साथ ही 29% ऐसे पुलिसकर्मी हैं जिन्हें कोरोना वैक्सीन की सिंगल डोज लगी है. सिर्फ 6% पुलिसकर्मियों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है.
वैक्सीनेशन के चलते पुलिस कर्मियों के लिए घातक नहीं कोरोना
डीसीपी हेड क्वार्टर डॉ अमृता दुहन कहती हैं कि पुलिस के लिए वैक्सीन कोरोना कवच है. पुलिसकर्मियों के लिए काफी कारगर रहा है. वर्तमान में 77 पुलिसकर्मी और अधिकारी कोरोना संक्रमित हैं उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी है. संक्रमित हुए पुलिसकर्मियों में कोरोना के माइल्ड सिमटम्स हैं या फिर एसिंप्टोमेटिक हैं. वैक्सीनेशन के कारण ही कोरोना की दूसरी लहर पुलिसकर्मियों के लिए घातक नहीं है.
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