राजस्थान

rajasthan

बूंदी हादसे पर विधानसभा में हंगामा, BJP ने मुआवजा बढ़ाने को लेकर सरकार पर बनाया दबाव

By

Published : Feb 27, 2020, 3:37 PM IST

Updated : Feb 27, 2020, 11:13 PM IST

राजस्थान के बूंदी में बुधवार को मेज नदी में बस गिरने से 24 लोगों की मौत का मामला गुरुवार को सदन में भी गूंजा. इस मसले पर मंत्री शांति धारीवाल ने सदन में जवाब दिया. पढ़ें विस्तृत खबर....

Bundi Bus accident, Rajasthan Assembly, Rajasthan news, बूंदी बस हादसा, राजस्थान विधानसभा, राजस्थान न्यूज
बूंदी हादसे को लेकर विधानसभा में हंगामा

जयपुर. राजस्थान के बूंदी में बुधवार को मेज नदी में बस गिरने से 24 लोगों की मौत का मामला गुरुवार को सदन में भी गूंजा. इस मसले पर मंत्री शांति धारीवाल ने सदन में जवाब दिया. धारीवाल ने कहा कि मेज नदी में 26 फरवरी को बस गिरी थी, जिसमें 24 लोगों की मौत हुई थी. बस का एक्सल टूटा पाया गया, बस का टायर फटना दुर्घटना का प्रमुख कारण हो सकता है.

बूंदी हादसे को लेकर विधानसभा में हंगामा

इसके साथ ही धारीवाल ने माना कि बस का वैद्य फिटनेस प्रमाण पत्र भी नहीं था. बस नगरीय परमिट की थी और परमिट 19.7.2023 का है, बस का बीमा भी था. सवाई माधोपुर जाने के लिए अस्थाई परमिट बनवाया गया था. तीन परिवहन अधिकारियों को भेज बस के दस्तावेजों की जांच करवाई जा रही है. परिवहन विभाग के अफसर दुर्घटना के कारणों की जांच करेंगे.

इस मामले पर बोलते हुए उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकार बताए कि कितने सीट परमिट की बस थी. नगरीय परमिट की बस बाहर कैसे गई, उस बस का फिटनेस प्रमाण पत्र भी नहीं था, इस लापरवाही ने 24 लोगों की जान ली. इसके अलावा भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़, विधायक चंद्रकांता मेघवाल और संदीप शर्मा ने मृतकों के परिजनों को 10- 10 लाख का मुआवजा दिए जाने की मांग की.

पढे़ंः मौत की रेलिंगः ईटीवी भारत की पड़ताल में खुलासा, पुल पर बनाई गई छोटी रेलिंग ने लील ली 24 जिंदगियां

निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि इस घटना पर पीएम मोदी ने भी ट्वीट का दुख जताया है. क्या पीएम सहायता कोष से भी किसी सहायता की घोषणा हुई है? पूर्व मंत्री बाबूलाल वर्मा के चेहरे पर घटनास्थल पर जाने पर मिट्टी खोदने के क्या कारण रहे? नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बस मालिक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया जाए. सिटी बस के परमिट के बावजूद बस बाहर कैसे गई?

राठौड़ ने कहा कि क्या विभाग ने बस मालिकों को नोटिस दिया था? अगर नहीं तो विभाग पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. बस के पास जब 30 सीटर बस का परमिट था तो क्षमता से ज्यादा सवारियां कैसे बैठाए गई. यह हादसा बेहद दुखद है, कई परिवारों में तो केवल बच्चे ही पीछे रह गए हैं. पीछे रह गए मासूम बच्चों के लिए सरकार सहायता की घोषणा करे.

इस दौरान जब धारीवाल ने हाइवे के निर्माण भाजपा के समय में होने की बात कही तो भाजपा नेताओं ने हंगामा कर दिया. हंगामे के बीच भाजपा विधायकों ने सदन से वाकआउट किया. इस दौरान हंगामे के बीच अध्यक्ष सीपी जोशी ने एक बार चर्चा को समाप्त कर दिया. इसके बाद दोबारा जब भाजपा विधायक सदन में आए तो इस पर बोलते हुए फिर नेता प्रतिपक्ष गुलाब कटारिया ने मुआवजा बढ़ाने की मांग की.

यह भी पढ़ेंः कब टूटेंगी अंधविश्वास की बेड़ियां...मानसिक रोग से पीड़ित बच्चों को छोड़ दिया भोपा के सहारे...

इस पर धारीवाल ने फिर मेगा हाईवे को लेकर बोलना शुरू किया. जिसके बाद स्पीकर सीपी जोशी ने उन्हें मामले पर बोलने को कहा जिस पर धारीवाल ने दोहराया कि मामले को लेकर मुख्यमंत्री संवेदनशील हैं, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह और स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा को घटनास्थल पर भेजा गया है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मेरे साथ मौके पर जाएंगे. मौके पर जो डिमांड आएगी उसे देख कर आगे मुआवजे को लेकर सरकार घोषणा कर देगी.

इस पर कटारिया ने फिर कहा कि मामले में आज ही मुआवजे की घोषणा सरकार को करनी चाहिए. इस पर सीपी जोशी ने सदन में कहा कि आज शाम को मुख्यमंत्री के रिप्लाई में सदन में इसे लेकर मुआवजे की बात साफ कर देंगे. इससे पहले गुरुवार को सदन में बूंदी हादसे के दौरान मारे गए श्रद्धांजलि देने के लिए विधानसभा में 2 मिनट का मौन रखा गया.

Last Updated : Feb 27, 2020, 11:13 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details