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जयपुर में 35 करोड़ की लागत से निगेहबां होंगी 'आंखें', अभय कमांड सेंटर का होगा अपग्रेडेशन

जयपुर में क्राइम कंट्रोल करने की दिशा में अभय कमांड सेंटर को नई तकनीक के साथ अपग्रेड किया जा रहा है. शहर के सभी मुख्य मार्गों और एंट्री-एग्जिट पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरा लगाए जाएंगे. इसके साथ ही सर्विलेंस कैमरा और पैन टिल्ट जूम कैमरा लगाए जाएंगे और इन सभी कैमरों को अभय कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा.

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अभय कमांड सेंटर का होगा अपग्रेडेशन

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Published : Jul 10, 2021, 10:52 PM IST

जयपुर. राजधानी में चप्पे-चप्पे पर निगाह रखने के लिए करीब 2000 सीसीटीवी कैमरों को जोड़ते हुए अभय कमांड सेंटर शुरू किया गया था. लेकिन समय के साथ-साथ शहर हॉरिजॉन्टल बढ़ता जा रहा है. साथ ही अपराधी भी बढ़ रहे हैं. जिस पर लगाम लगाने के लिए अब स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 35 करोड़ खर्च कर शहर में 300 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाते हुए, करीब 1150 कैमरे और लगाए जा रहे हैं.

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जयपुर में क्राइम कंट्रोल करने की दिशा में अभय कमांड सेंटर को नई तकनीक के साथ अपग्रेड किया जा रहा है. शहर के सभी मुख्य मार्गों और एंट्री-एग्जिट पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरा लगाए जाएंगे. इसके साथ ही सर्विलेंस कैमरा और पैन टिल्ट जूम कैमरा लगाए जाएंगे और इन सभी कैमरों को अभय कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा. जिसके लिए तकरीबन 300 किलोमीटर लंबी ऑप्टिकल फाइबर केबल शहर भर में बिछाई जाएगी.

अभय कमांड सेंटर का होगा अपग्रेडेशन

इस पूरे प्रोजेक्ट पर स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत तकरीबन 35 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इस संबंध में स्मार्ट सिटी सीईओ अवधेश मीणा ने बताया कि पुलिस प्रशासन के साथ जेडीए और निगम के अधिकारियों द्वारा सर्वे किया गया. जिसके बाद अभय कमांड सेंटर के अपग्रेडेशन प्रोजेक्ट को पास किया गया. अभय कमांड सेंटर में 300 ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरे, 250 पैन टिल्ट जूम कैमरे, 600 सर्विलेंस कैमरा (बुलेट कैमरा), 300 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल, 2.4 पीबी स्टोरेज की सुविधाएं होंगी.

राज्य सरकार से मिले दिशा-निर्देशों के बाद अभय कमांड सेंटर के अपग्रेडेशन को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. जल्द इसका टेंडर कर काम शुरू कर दिया जाएगा. जिसके बाद राजधानी के चप्पे-चप्पे पर पुलिस प्रशासन की आंखें निगरानी रखेंगी. साथ ही शहर में सुगम और सुरक्षित यातायात व्यवस्था बनाए रखने में भी मदद मिलेगी.

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