जयपुर: रीट और एसआई भर्ती पेपर लीक प्रकरण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है बेरोजगार युवा दोनों ही भर्तियों को रद्द करने की मांग पहले ही कर चुके हैं. रीट और एसआई भर्ती की सीबीआई जांच कराने सहित अपनी 21 मांगों को लेकर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव आमरण अनशन पर बैठ गए हैं और उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती है तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा.
मीडिया से रूबरू होते हुए उपेन यादव ने कहा कि 21 मांगों में से 15 मांगों पर लिखित समझौता हुआ था. अब बेरोजगारों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है और सरकार को उनकी मांगों को पूरा करना ही होगा. उपेन यादव ने कहा कि अब आश्वासन पर बेरोजगार युवा मानने वाला नहीं है उन्हें परिणाम चाहिए. सरकार से जो लिखित समझौता हुआ, वह मांगे भी अभी अधूरी है. इससे बेरोजगारों में सरकार के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है.
उपेन यादव ने कहा कि रीट पेपर लीक मामले में बत्तीलाल गिरफ्तार हो चुका है लेकिन अब भी ऐसे कई लोग हैं जिनकी गिरफ्तारी होना बाकी है. रीट का पेपर कहां-कहां किस-किस के पास गया है इसका भी खुलासा होना चाहिए और दोषियों को गिरफ्तार करना चाहिए. यादव ने कहा कि इस मामले में राजनीतिक संरक्षण देने वाले बड़े लोगों का नाम भी सामने आएगा. एसओजी पर हमें विश्वास नहीं है इसलिए हम सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. अब तक लाइब्रेरी और जेईएन मामले का भी खुलासा नहीं हो पाया है और अपराधी भी पकड़ से बाहर हैं इसलिए हमें एसओजी पर विश्वास नहीं है.
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ की मांगें
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ की मांगें-रीट 2021 (Reet Exam 2021) एसआई भर्ती 2021 (SI) की जांच सीबीआई (CBI) से तत्काल करवाई जाए. भविष्य में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए गैर जमानती सख्त से सख्त कानून के साथ दोषियों के खिलाफ कम से कम 10 साल की सजा और संपत्ति जब्त करने का कानून भी बनाया जाए. नीमराणा कमलादेवी परीक्षा केंद्र के बाहर 6 बेरोजगार अभ्यर्थियों पर राजकार्य का दर्ज मुकदमे जल्द से जल्द वापस लिया जाए.