जयपुर.केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन से जुड़ी पुस्तक 'मोदी @20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी' की तुलना श्रीमद् भागवत गीता से करने को केंद्रीय रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने गलत नहीं माना है. बल्कि विभिन्न तर्कों के साथ इसे सही बताया है. इस पुस्तक को लेकर मंगलवार को जयपुर में हुए भाजपा के प्रबुद्ध जन सम्मेलन में शामिल होने आए भट्ट ने कहा कि जल, थल और नभ में हमारी सुरक्षा मजबूत है.
भट्ट ने कहा कि पीएम मोदी से जुड़ी यह पुस्तक हमारे लिए पाथेय और प्रेरणादायी है. केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि गीता बहुत (Ajay Bhatt on Modi at 20 Book) पवित्र किताब है. जिन लोगों ने लिखा है उनका उद्देश्य भी बहुत पवित्र है. भट्ट के अनुसार जो किताब समाज का मार्गदर्शन करती है उन किताबों की तुलना हमेशा गीता से की जा सकती है. इसलिए यदि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने ऐसी कोई बात कही है तो उसको अन्यथा नहीं लेना चाहिए. उसके भाव को देखना चाहिए, क्योंकि उनके भाव बहुत पवित्र है. अजय भट्ट ने इस किताब को किसी भी सियासत से जोड़कर देखने से भी इनकार किया. भट्ट ने कहा कि देश के सभी लोगों और जनता को यह किताब जरूर पढ़ना चाहिए.
पत्रकारों से बातचीत के दौरान अजय भट्ट ने कहा कि गीता में 'यदा-यदा ही धर्मस्य...' से जुड़ा श्लोक है. भारत शांति का दूत है. हमारी (Comparision of Modi at 20 Book with Bhagwad Gita) विस्तारवादी नीति नहीं है. पड़ोसी हमारे देश में आतंकवादी घटनाएं करते हैं. सेना पर हमला करते हैं. तब फिर मोदी सरकार का ओर से सर्जिकल स्ट्राइक होती है. उरी सहित इसके कई उदाहरण हैं. भट्ट ने कहा कि गीता में भी लिखा है, निर्दोष को छेड़ो नहीं और दोषी को छोड़ो नहीं.
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