जयपुर. राजस्थान सरकार की आपकी बेटी योजना के तहत वर्तमान जयपुर कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने तत्कालीन कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन द्वारा गोद ली हुई बेटी अमिता से मुलाकात की. जगरूप सिंह यादव करीब 10 महीने बाद अमिता से मिलने कलेक्ट्रेट दफ्तर पहुंचे. अमिता ने कलेक्ट्रेट दफ्तर में घुसते ही कलेक्टर जगरूप सिंह के पांव छूकर आशीर्वाद लिया. कलेक्टर ने भी अमिता के सिर पर हाथ रख कर उसे आशीर्वाद दिया. फिर कुर्सी से उठे और केबिन में स्थित सोफे पर बैठकर 2 घंटे तक अमिता का खूब लाड-दुलार किया. इस दौरान दोनों भावुक भी हो गए.
इस दौरान अमिता बहुत खुश नजर आई. वह कलेक्ट्रेट दफ्तर पहली बार आई थी. कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने करीब 2 घंटे तक बेटी अमिता से बात की. उससे उसकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली, हॉबी के बारे में पूछा. साथ ही खाने-पीने के बारे में पूछा और अमिता की आगे की पढ़ाई के लिए उसका मार्गदर्शन भी किया.
पढ़ेंः 3 साल की बच्ची से दुष्कर्म के मामले में अभियुक्त को आजीवन कारावास की सजा
अमिता ने कलेक्टर यादव को बताया कि वह बड़ी होकर एसडीएम बनना चाहती है. कलेक्टर ने वादा किया कि वह उसे एसडीएम बनाने में उसका पूरा सहयोग करेंगे. कलेक्टर ने कहा कि उसकी स्किल डेवलपमेंट पर विशेष जोर दिया जाएगा. हालांकि, जगरूप सिंह यादव को पता नहीं था कि उनके पहले जो कलेक्टर थे उनके द्वारा गोद ली हुई बेटी भी है, जो अमिता है. इसलिए अमिता से मिलने में मिलने में उन्हें देर हो गई. कलेक्टर ने अमिता को दिवाली पर कपड़े, मिठाई, पटाखे और चॉकलेट गिफ्ट किए. वहीं अमिता टाक ने कलेक्टर यादव को चॉकलेट भी खिलाई.