जयपुर. राजस्थान में वल्लभनगर से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत और धरियावद से विधायक गौतम लाल मीणा के कोरोना महामारी से हुए निधन के चलते दोनों सीटों पर उप चुनाव का ऐलान मंगलवार को चुनाव आयोग की ओर से कर दिया गया है. 30 अक्टूबर को दोनों सीटों पर मतदान होगा और 2 नवंबर को नतीजे सामने आएंगे.
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कांग्रेस पार्टी की ओर से इन दोनों सीटों पर चुनाव तैयारी के लिए 7-7 सदस्य कमेटी का गठन किया जा चुका है, ऐसे में चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही टिकट किसे दिया जाए इस पर सहमति बनाने का प्रयास अब तेज हो जाएगा.
वल्लभनगर सीट की बात की जाए तो यहां दिवंगत विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत को टिकट देकर कांग्रेस पार्टी सुजानगढ़ और सहाड़ा में हुए उपचुनाव की तर्ज पर सहानुभूति का फायदा उठाने का प्रयास करेगी. हालांकि शक्तावत परिवार में टिकट को लेकर कुछ तकरार भी है क्योंकि गजेंद्र सिंह शक्तावत के बड़े भाई और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता रहे गुलाब सिंह शक्तावत के बड़े बेटे देवेंद्र शक्तावत भी अपने लिए टिकट की मांग कर रहे हैं. ऐसे में पार्टी को परिवार के बीच चल रही कलह को भी ध्यान में रखना होगा.
कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार नागराज मीणा लगातार दो चुनाव हार चुके हैं, लेकिन पार्टी के पास नागराज मीणा के अलावा धरियावद में कोई बड़ा चेहरा नहीं है. ऐसे में कहा जा रहा है कि मजबूरी में कांग्रेस पार्टी नागराज को ही अपना उम्मीदवार बनाएगी. हालांकि इस सीट से कांग्रेस नेता रूपलाल मीणा और भेरुलाल मीणा भी अपनी उम्मीदवारी जता रहे हैं.
मंत्रिमंडल विस्तार या फेरबदल पर नही होगा प्रभाव
राजस्थान में जैसे ही 2 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा हुई, उसके साथ ही एक बार फिर यह चर्चा होने लगी है कि अब कैबिनेट विस्तार या फेरबदल क्या फिर से टल जाएगा, लेकिन बता दें की दोनों सीटों पर उपचुनाव के लिए आचार संहिता उदयपुर और प्रतापगढ़ जिले में लगेगी. प्रतापगढ़ जिले में 2 सीटें धरियावद और प्रतापगढ़ आती है. जिनमें प्रतापगढ़ से विधायक रामलाल मीणा पहली बार विधायक हैं जिनका कैबिनेट के संभावितों में नाम शामिल नहीं है.