जयपुर. उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड में कई लोग शामिल हैं. हत्यारे गौस मोहम्मद व मोहम्मद रियाज अत्तारी को गिरोह के किन मास्टरमाइंड द्वारा आदेश दिए गए, इन तमाम चीजों को लेकर एनआईए, राजस्थान पुलिस की एसआईटी व विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की जांच लगातार जारी है. एनआईए और एसआईटी की जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि दोनों हत्यारे वारदात के बाद अजमेर जा कर एक तीसरा वीडियो भी जारी करने वाले थे. जिसके जरिए वह नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने वाले अन्य लोगों से बदला लेने के लिए उनके बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल अन्य युवाओं को भड़काने का काम करने वाले थे. हालांकि, हत्यारे अपने इस मंसूबे में कामयाब हो पाते, उससे पहले ही उन्हें पुलिस ने धर दबोचा.
मास्टरमाइंड की तलाश में जुटीं तमाम एजेंसियां : सूत्रों की मानें तो हत्यारों को कन्हैयालाल की निर्मम हत्या करने का आदेश देने वाले और उन्हें इसके लिए ट्रेनिंग देने वाले मास्टरमाइंड अभी भी (Investigation in Udaipur Murder Case) फरार चल रहे हैं, जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. दावते इस्लामी संगठन से जुड़े हुए (Dawat e Islami Role in Udaipur Beheading) ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए बेहद गोपनीय स्तर पर पूरे प्रदेश में एक ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है. इसे लेकर पूरे प्रदेश में सभी जिलों को अलर्ट जारी किया गया है.
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वहीं, हत्यारों द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप में जिन लोगों को जोड़ा गया था, उनके बारे में भी जानकारी (Youth Beheaded in Udaipur) जुटाई जा रही है और उनकी भी धरपकड़ की जा रही है. हत्यारों का अलसूफा संगठन से किस तरह का जुड़ाव रहा है, इसकी भी पड़ताल की जा रही है. हत्यारे अपने गिरोह में शामिल अन्य लोगों के साथ मिलकर जयपुर में किस तरह की साजिश को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे थे, इसकी भी जानकारी बेहद गोपनीय तरीके से जुटाई जा रही है.