जयपुर. 11 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे सरपंच संघ में दो फाड़ हो गई है. एक गुट ने मंगलवार रात को आंदोलन समाप्ति की घोषणा कर दी, जबकि दूसरा गुट अभी भी मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के आवास पर धरना दे रहा है. दूसरे गुट ने कहा कि फोटो खिंचवाने के चक्कर में एक गुट ने आंदोलन खत्म करने की बात कही. लेकिन हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं. आंदोलन जारी रहेगा, जब तक लिखित समझौता नहीं होता तब तक धरने पर बैठे रहेंगे. उधर धरने पर बैठ सरपंचों के राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा समर्थन में उतर आए. गुढ़ा ने कहा कि सरपंच संघ की मांगें जायज हैं और मैं मुख्यमंत्री से बात करूंगा. उन्होंने कहा कि मैं इतना कह सकता हूं कि मंत्री भ्रष्ट हो सकता है, लेकिन सरपंच भ्रष्ट नहीं होता.
सरपंचों में दो फाड़ : काम का तय समय पर भुगतान सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलित सरपंच संघ में फूट पड़ गई है. एक गुट ने मंगलवार शाम पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री रमेश मीणा से मुलाकात के बाद आंदोलन वापस लेने की घोषणा कर दी, तो दूसरा गुट अभी भी राजधानी जयपुर में राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के निवास पर धरने पर बैठा है. धरने पर बैठे सरंपचों का कहना है कि जयपुर आंदोलन के वक्त पुरानी कार्यकारिणी भंग हो चुकी थी. अब ये लोग समझौते की बात रहे हैं, लेकिन सिर्फ फोटो खिंचवाने लिए मंत्री मीणा के निवास पर गए. सरपंचों ने कहा कि प्रकरण को लेकर उन्होंनें संघर्ष समिति बनाई है. आज मंत्री गुढ़ा से मुलाकात हुई है. जब तक हमारी मांगों पर सरकार लिखित कार्रवाई का आश्वासन नहीं देती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.