जयपुर. शहर में एसओजी की साइबर विंग ने दो अलग-अलग कार्रवाई को अंजाम देते हुए करोड़ों की साइबर ठगी करने वाले दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. एसओजी की ओर से पहली कार्रवाई 71 वर्षीय मनमोहन देवपुरा की शिकायत पर की गई. परिवादी ने यह शिकायत दर्ज करवाई थी कि वर्ष 2014 से 2020 के बीच में विभिन्न इंश्योरेंस में निवेश के नाम पर अलग-अलग मोबाइल नंबर से कॉल कर ठगों की ओर से 1 करोड़ 45 लाख रुपए की ठगी की गई.
शिकायत के आधार पर एसओजी की ओर से आईटी एक्सपर्ट के सहयोग से ठगों की पहचान की गई और भजनपुरा उत्तरी पूर्वी दिल्ली में दबिश की कार्रवाई को अंजाम देकर एक शातिर ठग देवेंद्र कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया गया. फिलहाल प्रकरण में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में एसओजी की ओर से जानकारी जुटाई जा रही है. एसओजी की गिरफ्त में आया आरोपी देवेंद्र कुमार मिश्रा फर्जी तरीके से सिम प्राप्त कर उसे ऊंची कीमतों पर साइबर ठगों को बेचने का काम करता है.
वहीं एसओजी की ओर से दूसरी कार्रवाई परिवादी मोहनलाल पाटीदार की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत पर की गई. परिवादी ने की शिकायत दर्ज करवाई की वर्ष 2014 से 2018 के बीच में उसके की ओर से विभिन्न बीमा कंपनी और शेयर में निवेश किया गया. इन्वेस्ट की गई राशि की परिपक्वता पर 4 करोड़ 52 लाख रुपए की राशि मिलनी थी.
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उक्त राशि को प्रदान करने के लिए अलग-अलग मोबाइल नंबर से बीमा एजेंट बनकर ठगों ने फोन कर परिवादी से प्रोसेस फीस और फाइल चार्ज के नाम पर करीब 1 करोड़ रुपए की ठगी कर ली. परिवादी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एसओजी टीम की ओर से उत्तम नगर नई दिल्ली में दबिश देकर आरोपी प्रमोद कुमार वर्मन को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी की उम्र 74 वर्ष है जिसके खाते में परिवादी से ठगी गई राशि को जमा करवाया गया है. आरोपी के पास से 16 अलग-अलग बैंकों की पासबुक, चेक बुक, डेबिट कार्ड, विभिन्न पॉलिसी, ठगी की राशि से खरीदे गए सोने चांदी के लाखों रुपए की कीमत के जेवरात और कुछ रुपए नगद बरामद किए गए हैं.