जयपुर. सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के अधीन सुपर स्पेशलिटी सेंटर (Super Specialty Center in Jaipur) बनकर तैयार हो चुका है लेकिन इलाज के दौरान काम आने वाली मशीनों की अनुपलब्धता के चलते मरीजों को इस सुपर स्पेशलिटी सेंटर में इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है. करीब 200 करोड़ रुपए की लागत से इस सेंटर को तैयार किया गया है. जिसमें केंद्र की भागीदारी है. केंद्र की ओर से इलाज के लिए मशीनें उपलब्ध करवाई जानी है लेकिन स्ट्रक्चर तैयार हो जाने के बावजूद भी अभी भी अस्पताल को मशीनों का इंतजार है.
सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के अधीन बन रहे इस सुपरस्पेशल्टी सेंटर में एक ही छत के नीचे नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी और गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के इलाज की सुविधा मरीजों को मिल सकेगी. हाल ही में सवाई मानसिंह अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनय मल्होत्रा को इस सुपर स्पेशलिटी सेंटर का अधीक्षक बनाया गया है.
जयपुर में सुपर स्पेशलिटी सेंटर यह भी पढ़ें.Rajasthan Corona Update: कोरोना कर रहा बच्चों के ब्रेन पर अटैक, जानिए, यहां मिला पहला मामला
मामले को लेकर डॉक्टर मल्होत्रा का कहना है कि सेंटर का इंफ्रास्ट्रक्चर बनकर तैयार हो चुका है लेकिन अभी भी दिल्ली से मशीनों का इंतजार है. जिसमें ऑपरेशन थिएटर मशीन, ओटी टेबल आईसीयू मशीन और डायलिसिस की मशीन शामिल है. जब तक यह मशीनें अस्पताल को नहीं मिलती, तब तक इसे शुरू नहीं किया जा सकता. हालांकि समय रहते इस सेंटर को शुरू किया जा सके तो किडनी और पेट की समस्या से जूझ रहे मरीजों को समय पर इलाज मिल सकेगा और इससे सवाई मानसिंह अस्पताल पर भी भार कम होगा.
इसके अलावा इस सुपर स्पेशलिटी सेंटर में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधा (organ transplant in Jaipur) भी मरीजों को मिल सकेगी लेकिन जब तक केंद्र की ओर से इलाज से जुड़ी मशीनें नहीं आती, तब तक इस सेंटर को शुरू नहीं किया जा सकता. हालांकि प्रारंभिक तौर पर इस सेंटर में पेट से जुड़ी बीमारियों का कुछ इलाज शुरू किया गया है. जबकि एक डे केयर डायलिसिस सेंटर भी मरीजों के लिए खोला गया है.