जयपुर. राजस्थान में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों को लेकर बवाल शुरू हो गया है. जहां विपक्ष ने सरकार पर कोरोना प्रबंधन के चलते मौतों के आंकड़ों को छुपाने का संगीन आरोप लगाया है. वही सरकार ने इसको लेकर अब 3 सदस्य कमेटी का गठन कर उसे 15 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है. वैसे सरकारी आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में अब तक 2 साल में करीब 8 लाख लोगों की मौत हुई है.
प्रताप सिंह खाचरियावास का बड़ा बयान पढे़ं: राजस्थान में कोरोना केस घटने के पीछे क्या टेस्टिंग के आंकड़ों में कमी है मुख्य कारण ?
साल 2019 में 396799 मृत्यु पंजीकृत हुई. साल 2020 में यह आंकड़ा बढ़कर 422403 हो गया. जो साल 2019 की तुलना में 6% ज्यादा है. इसी तरह साल 2020 जनवरी से 25 मई 2020 तक 166392 लोगों की मौत हो चुकी है जो पिछले साल की तुलना में 5.31% अधिक है. अब सरकार इन मौतों की ऑडिट करवा रही है. इन सब आंकड़ों को लेकर गहलोत सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने यह कहा कि मौत के आंकड़े छिपाने की सरकार को जरूरत नहीं है. क्योंकि मौत के आंकड़े कभी नहीं छुप सकते हैं. आंकड़े छिपाने का काम राजस्थान सरकार नहीं करती है ऐसे काम भाजपा करती है.
कोरोना से मौत के आंकड़े छुपाने का क्यों लग रहा है आरोप
हाल ही में भरतपुर के एक डॉक्टर और भाजपा सांसद रंजीता कोली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें डॉक्टर कह रहा है कि उनपर अधिकारी आंकड़े छुपाने का दवाब बना रहे हैं. जिसके बाद से भाजपा गहलोत सरकार पर हमलावर है.