जयपुर. राजस्थान रोडवेज की कंडोम बसों को देखते हुए बसों का संकट खड़ा हो गया है तो वहीं दूसरी ओर पिछले साल की तुलना में अब किलोमीटर भी घट गए है. इस कारण हर रोज बसों का संचालन एक लाख किलोमीटर कम हो गया है. जिसके कारण रोडवेज की आय में भी गिरावट आ रही है.
पिछले साल की बात की जाए तो पिछले साल राजस्थान रोडवेज की बसें 16.29 किलोमीटर प्रतिदिन चल रही थी. लेकिन राजस्थान रोडवेज में बसों की कमी के चलते अब किलोमीटर भी लगातार गिरते जा रहे हैं. ऐसे में अब राजस्थान रोडवेज की बसें पिछले साल की तुलना में रोज 90 हजार किलोमीटर कम चल रही है. जिसके कारण अब राजस्थान रोडवेज रोजाना 15.40 लाख किलोमीटर ही चल पा रही है. जिससे रोडवेज को लगातार लाखों रुपए का नुकसान कर रहा है.
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रोडवेज की हालत की बात की जाए तो रोडवेज पहले से ही करोड़ों रुपए के नुकसान में है. जब परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के द्वारा रोडवेज को घाटे से निकालने के लिए लगातार प्रयास भी किए जा रहे हैं. वहीं खाचरियावास ने कहा कि जल्द ही रोडवेज के द्वारा 1152 नई बसें भी खरीदी जायेंगी. लेकिन फंड की कमी के चलते अभी तक फैसला नहीं हो पाया है.
वहीं खचारियावास ने पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि रोडवेज पिछली सरकार के कारण घाटे में आई है. वहीं उन्होंने कहां की हमारी सरकार को बने हुए अभी 7 महीने हुए है जिसमें हमने अब लोक परिवहन बसों के परमिट भी बंद कर दिये है. ऐसे में खचारियावास ने कहा कि जल्दी ही अब हम रोडवेज को घाटे से बाहर निकलेंगे. खाचरियावास ने कहा कि जल्दी हमारी सरकार की ओर से सीएनजी और इलेक्ट्रॉनिक बसें भी लाने का प्रस्ताव जारी होने वाला है. जिसके कारण आपको जल्दी ही राजस्थान रोडवेज में काफी सुधार देखने को भी मिलेगा.