जयपुर. राजधानी जयपुर सहित प्रदेशभर में कोविड-19 का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में रोजाना बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. साथ ही कोरोना ने अपने पिछले कई रिकार्ड को भी तोड़ रहा है. कोरोना महामारी का सबसे बड़ा असर परिवहन व्यवसाय पर देखने को मिला है.
ट्रांसपोर्ट व्यवसाय की बात की जाए तो इस व्यवसाय पर महामारी का सबसे बड़ा असर देखा जा रहा है. लगातार ट्रांसपोर्टर की हालत खराब हो रही है और ट्रांसपोर्टर सरकार से राहत देने की मांग भी कर रहे हैं. वही दूसरी ओर पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से भी ट्रांसपोर्टर को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस समय पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सरकार ने बंद कर रखा है. अभी गुड्स ट्रांसपोर्ट को सरकार ने अनुमति दे रखी है. लेकिन ट्रांसपोर्ट व्यवसाय करना ट्रांसपोर्टर कि लिए एक बड़ी चुनौती भी बन गया है.
जयपुर ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर एसोसिएशन का कहना है कि, कोरोना का सबसे बड़ा असर परिवहन में साधनों पर वही डिपार्टमेंट पर देखने को मिला है. ट्रांसपोर्टर की हालत दिन पर दिन खराब होती जा रही है. लगातार ट्रांसपोर्ट राहत पैकेज को लेकर सरकार से मांग भी की जा रही है. लॉकडाउन से पहले राजधानी जयपुर सहित देश भर के अंतर्गत रोजाना 100 करोड़ से अधिक का व्यवसाय होता था. लेकिन लॉकडाउन के बाद से ट्रांसपोर्ट व्यवसाव में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है.