भरतपुर.वाहन चेकिंग के दौरान मंगलवार को कलेक्ट्रेट के सामने एक यातायात पुलिसकर्मी ने एक वाहन चालक को इतने जोर से थप्पड़ मारा कि उसके कान के परदे में छेद हो गया. पीड़ित व्यक्ति जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (जेवीवीएनएल) में असिस्टेंट रेवेन्यू ऑफिसर (ARO) के पद पर कार्यरत है. पीड़ित का आरोप है कि पुलिसकर्मी शराब के नशे में धुत था और घटना के बाद मौके से भाग छूटा. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक ने आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया (Traffic policeman suspended in slapping case) है.
जानकारी के अनुसार जेवीवीएनएल में एआरओ के पद पर कार्यरत पीयूष कुमार दुबे मंगलवार सुबह बिजली घर सब्जी मंडी से सब्जी लेकर घर लौट रहे थे. इसी दौरान कलेक्ट्रेट के सामने खड़े पुलिसकर्मियों ने उन्हें रुकने का इशारा किया. पीयूष अपनी स्कूटी रोकने लगे, इतने में शराब के नशे में धुत पुलिसकर्मी मुकेश कुमार ने उन्हें थप्पड़ मार दिया. पुलिसकर्मी मुकेश कुमार ने एआरओ पीयूष को इतनी जोर से थप्पड़ मारा कि उनके कान में काफी तेज दर्द होने लगा.
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पीयूष ने पिता मनोज दुबे को फोन कर मौके पर बुलाया और पूरा मामला बताया. लेकिन तब तक यातायात पुलिसकर्मी मुकेश कुमार मौके से भाग निकला और यातायात कर्मियों ने भी उसका नाम नहीं बताया. मनोज अपने बेटे को लेकर ट्रैफिक थाना पहुंचे और ट्रैफिक इंस्पेक्टर को इसकी सूचना दी. लेकिन ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने भी पुलिसकर्मी का नाम नहीं बताया, जिस पर मनोज लिखित शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह के पास पहुंचे. पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने सीओ सिटी सतीश वर्मा को तुरंत घटना की जांच करने के आदेश दिए. पीड़ित का आरोप है कि यातायात पुलिसकर्मी नशे में धुत था. जांच के दौरान जब पुलिसकर्मी के घर पर अन्य पुलिसकर्मी को भेजा गया, तो वह वहां पर नहीं मिला. ऐसे में पुलिस अधीक्षक ने पुलिसकर्मी मुकेश निलंबित कर दिया.
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मनोज ने बताया कि घटना के बाद बेटे पीयूष को ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ हेमेंद्र सिंह राजौरिया को दिखाया. डॉक्टर ने बताया कि बेटे के कान के परदे में छेद हो गया है. मनोज का कहना है कि उनका बेटा जेवीवीएनएल में एआरओ के पद पर कार्यरत है और उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित भी हो चुका है. वाहन जांच के दौरान यदि बेटे की कोई गलती थी, तो उनके खिलाफ कानूनी रूप से कार्रवाई करनी चाहिए थी ना कि उन्हें थप्पड़ मारना चाहिए था.