जयपुर. राजधानी में 14 अगस्त को ही तेज बारिश के बाद बंध की घाटी दिल्ली हाईवे पर चट्टानें खिसकने से रास्ता बंद हो गया था. रास्ते में चट्टानें गिरने के बाद आमजन की सुरक्षा को देखते हुए रास्ते को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया था. जिसे करीब 1 सप्ताह बाद रविवार को वापस चालू किया गया है. जेडीए की ओर से रास्ते के बीच पड़े चट्टानों को साइड में उठाकर रास्ते को सुचारू कर दिया गया है.
जेडीए अधिकारियों के मुताबिक 14 अगस्त को जयपुर शहर में मूसलाधार बारिश के के बाद पहाड़ों पर अत्यधिक जल बहने से पहाड़ से कमजोर पत्थर एवं मिट्टी के सतहो पर दबाव पड़ने से दिल्ली रोड पर बंद की घाटी संकट मोचन हनुमानजी के सामने स्थित चटाने सरक गई थी. इस कारण से पत्थरों के बड़े-बड़े टुकड़े और बारिक रोड़ी डेह कर सड़क पर आ गई, जिससे दिल्ली से जयपुर आने वाले रास्ता अवरुद्ध हो गया. आमजन की सुरक्षा के आइए इस मार्ग को तुरंत प्रभाव से यातायात के लिए बंद कर दिया गया था.
पहाड़ के इस हिस्से को जेडीए के अभियंताओं, पुलिस विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों द्वारा जांचने पर इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि अभी भी काफी हिस्सा गिरने की कगार पर है. इसलिए बिना इस कमजोर चट्टानों को हटाए यातायात चलाना जोखिम से भरा है. जयपुर विकास आयुक्त गौरव गोयल की ओर से 15 अगस्त को जेडीए के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौका मुआयना किया. उन्होंने निर्देश दिए कि कमजोर हिस्से को हटाने के बाद यातायात पुलिस की स्वीकृति के उपरांत यातायात प्रारंभ किया जाए.